नैनीताल। जेल में बंद भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी राम विलास यादव की पत्नी कुसुम विलास यादव ने गिरफ्तारी की डर से अग्रिम जमानत के लिये उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है और अदालत ने इस मामले में सरकार से दो अगस्त तक जवाब दाखिल करने को कहा है।
राम विलास यादव को सतर्कता विभाग पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। उन पर भ्रष्टाचार के बेहद गंभीर आरोप हैं। उन्होंने आय से 550 गुना अधिक सम्पत्ति अर्जित की है। उनके पास अकूत सम्पत्ति है। इसके बाद सतर्कता विभाग की रडार पर आईएएस अधिकारी के परिजन बताये जा रहे थे।
सतर्कता विभाग के अधिकारी इस मामले में बयान दे चुके हैं कि राम विलास यादव की पत्नी और बच्चों को भी पूछताछ के लिये बुलाया जा सकता है। आरोपी की पत्नी को आशंका है कि सतर्कता अधिकारी पूछताछ के बहाने उन्हें भी गिरफ्तार कर सकते हैं।
इसी आशंका के चलते उन्होंने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और अग्रिम जमानत की मांग की। मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति रवीन्द्र मैठाणी की एकलपीठ में हुई। आईएएस की पत्नी ने प्रार्थना पत्र में कहा कि उन पर कोई आरोप नहीं है।
सतर्कता विभाग उन्हें पूछताछ के लिये नोटिस जारी कर रहा है। वह जांच में सहयोग करने को तैयार हैं लेकिन उन्हें आशंका है कि उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। अदालत ने इस मामले में सरकार से दो अगस्त तक जवाब देने को कहा है।