कोलंबो। आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका में प्रदर्शनकारियों के राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री भवन पर कब्जा कर लेने के बीच प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है।श्रीलंका के संसद अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धना ने इसकी घोषणा की।
राजपक्षे के श्रीलंका छोड़कर भागने पर प्रदर्शनकारी भड़के
राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के श्रीलंका छोड़कर भागने की वजह से प्रदर्शनकारी काफी भड़क गए हैं। जिसको देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बार फिर से देश में आपातकाल का ऐलान कर दिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, गोटबाया राजपक्षे श्रीलंका से भागकर मालद्वीप चले गए हैं। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों के बढ़ते गुस्से को देखते हुए राष्ट्रीय टीवी चैनलों का प्रसारण भी बंद कर दिया गया है।
घोषणा के बाद कोलंबो के कई हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन शुरू
अभयवर्धना ने मीडिया को दिये एक विशेष बयान में कहा कि राष्ट्रपति ने विक्रमसिंघे को उनकी ( गोटाबाया) ओर से कार्य करने के लिए नियुक्त किया है, क्योंकि वह देश से बाहर हैं। उन्होंने बताया कि विक्रमसिंघे को संविधान के अनुच्छेद 37(1) के तहत कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है। इस घोषणा के बाद कोलंबो के कई हिस्सों में नए सिरे से विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया है। प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों से आर्थिक संकट को लेकर इस्तीफा देने की मांग कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि श्री गोटाबाया ने नौ जुलाई को संसद के अध्यक्ष को बताया था कि वह 13 जुलाई को पद से इस्तीफा दे देंगे।