श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा के आसपास चलाया जा रहा राहत और बचाव अभियान अगले दो-तीन दिन में पूरा कर लिया जायेगा। भारतीय वायु सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अमरनाथ गुफा के पास आठ जुलाई की शाम बादल फटने के बाद आई बाढ़ में कम से 16 यात्रियों की मौत हो गई थी और 30 से अधिक लोग लापता हो गये थे। एयर कमोडोर पंकज मित्तल ने कहा कि अमरनाथ बादल फटने की घटना में मरने वालों की संख्या घट रही।
लोगों द्वारा पहले दिन किए गए शुरुआती प्रयासों के कारण और मृत्यु दर तथा हताहतों की संख्या वास्तव में सीमित है।’ बचाव और राहत कार्यों का बड़ा हिस्सा खत्म हो गया है।
उन्होंने कहा,बड़े प्रयास पहले ही हो चुके हैं और यात्रा को फिर से जारी रखने की मंजूरी दे दी है। हमें लगता है कि एक या दो दिन में हम चीजों और स्पष्ट कर पायेंगे।’’ उन्होंने बताया कि राहत और बचाव के लिए बड़ा हवाई अभियान नौ जुलाई को सुबह आठ बजे से शुरू हुआ था।
हमने यहां बेस यूनिट से चार एमआई-17 वी5 और लेह यूनिट से चार चीतल और देश के अन्य हिस्सों से जनशक्ति और संपत्ति लाने वाली दो और फिक्स्ड विंग का इस्तेमाल किया।
अधिकारी ने कहा कि खराब मौसम के बावजूद वायुसेना ने 112 मिशनों को अंजाम दिया। उन्होंने कहा, इस दौरान हमने गुफा के साथ-साथ पंजतरणी से 123 लोगों को निकाला। करीब 29 टन सामग्री इस बेस और अन्य स्थानों से धर्मस्थल तक पहुंचाई।