नयी दिल्ली । शुक्रवार की शाम अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से 16 लोगों की मौत हो गयी। करीब 30-35 लापता तीर्थयात्रियों का पता लगाने के लिए व्यापक तलाश अभियान जारी है।
घटना के बाद पैदल यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है । घटना के बाद अचानक आयी बाढ़ से कम से कम 25 तंबू बह गये। खोजी कुत्तों और नवीनतम उपकरणों से लैस कई एजेंसियों और बचाव दल लापता लोगों का पता लगाने के लिए युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं।
लापता लोगों की तलाश तेज
भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि कि अमरनाथ गुफा की मलबा हटाने का काम और लापता लोगों की तलाश तेज कर दी गयी है। सेना की दो बचाव टीम और अन्य विशेषज्ञ दल पवित्र गुफा में पहुंच गये हैं। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान के लिए सेना के हेलिकॉप्टरों की मदद ली जा रही है।
बीएसएफ के एमआई 17 हेलिकॉप्टर को भी मृतकों के शवों को उनके घरों तक पहुंचाने तथा घायलों को आगे के इलाज के लिए नीलगढ़ हेलीपैड / बालटाल से बीएसएफ कैंप श्रीनगर तक हवाई परिवहन के लिए लगाया गया है।
बाढ़ के कारण अमरनाथ पवित्र गुफा क्षेत्र के पास फंसे अधिकांश यात्रियों को पंजतरणी में स्थानांतरित कर दिया गया है। यात्रा मार्ग पर कोई यात्री नहीं बचा है तथा अब तक करीब 15,000 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।