नयी दिल्ली। उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या करने वालों के संबंध कट्टरपंथी संगठन से होने की बात सामने आई है। एनआईए की पूछताछ में हत्या के आरोपियों से पूछताछ जारी है। मंगलवार को 38 वर्षीय भीलवाड़ा निवासी रियाज अटारी और 39 वर्षीय उदयपुर निवासी घोस मोहम्मद ने दर्जी कन्हैया लाल का चाकू से सिर काट दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को राजसमंद से गिरफ्तार किया था।
पाकिस्तान में दावत-ए-इस्लाम संगठन से जुड़े होने का खुलासा
नआईए की पूछताछ में पाकिस्तान में दावत-ए-इस्लाम संगठन से जुड़े होने का खुलासा हुआ है। एनआईए को 8 से 10 मोबाइल नंबर मिले है। इनकी लोकेशन पाकिस्तान से भारत में लगातार आ रही थी। इन्हीं नंबरों पर लगातार कॉल पर बात की जा रही थी।दोनों पाकिस्तान और अरब देशों के लोगों के संपर्क में थे। उनकी पाकिस्तान के मोबाइल नंबर से बात होती है। इनके कराची में ट्रेनिंग का भी दावा किया गया है। 2014-15 में उन्होंने पाकिस्तान में रहकर 15 दिन की ट्रेनिंग ली थी। पता चला है कि रियाज पाकिस्तान में कराची के एक मौलाना के संपर्क में था। कन्हैयालाल की हत्या कर वह दहशत फैलाना चाहते थे। कराची से लौटने के बाद रियाज और गौस मौहम्मद ने व्हाट्स ग्रुप बनाए थे।