इम्फाल। बिष्णुपुर जिले में 205 करोड़ रुपये के नशीली पदार्थों को जलाकर नष्ट कर दिया। इनमें लगभग 3,000 किलोग्राम गांजा, 14 किलोग्राम हेरोइन, 20 किलोग्राम आइस ड्रग या क्रिस्टल मेथामफेटामाइन, 104 किलोग्राम डब्ल्यूवाई टैबलेट, 3,482 किलोग्राम एसपी टैबलेट शामिल थीं। इन्हें पहले मणिपुर पुलिस ने जब्त किया था।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर बिष्णुपुर जिले के शुनु शिफईमें अनूबा मंगल नशामुक्ति केंद्र का भी उद्घाटन किया।
यह राज्य का पहला नशामुक्ति केंद्र है, जिसका संचालन समाज कल्याण विभाग द्वारा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान मादक पदार्थों की गतिविधियों से संबंधित 1,674 मामले दर्ज किए गए थे और 2,104 लोगों की गिरफ्तारी की गई थी। इसके अलावा, करीब 321 करोड़ रुपये की अवैध दवाएं भी जब्त की गई थी।
उन्होंने कहा कि उनके दूसरे कार्यकाल के दौरान 227 व्यक्तियों की गिरफ्तारी के साथ 181 मामले दर्ज किए गए थे। करीब 59 करोड़ रुपये की दवाएं घरेलू बाजार में जब्त की गई थी, जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 589 करोड़ रुपये आंकी गई थीं। इसी दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के जल्द ही नशा मुक्त होने की उम्मीद जताई।