देश में पहला ड्रोन बनाने वाली टेकवर्ल्ड एविगेशन प्राइवेट लिमिटेड को मिला प्रथम ड्रोन गुणवत्ता प्रमाणपत्र

नयी दिल्ली।  देश में पहला ड्रोन बनाने वाली टेकवर्ल्ड एविगेशन प्राइवेट लिमिटेड को प्रथम ड्रोन गुणवत्ता प्रमाणपत्र प्रदान किया गया है। इसके बाद इसी माह देश को प्रमाणन प्राप्त करीब साढ़े तीन सौ ड्रोन हासिल होने का रास्ता साफ हो गया है।

केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आयोजित एक संक्षिप्त समारोह में यह प्रमाणपत्र प्रदान किया। ज्योतिरादित्य ने कहा कि ड्रोन को गुणवत्ता का यह प्रमाणपत्र आवेदन के 34 दिनों के भीतर प्रदान किया गया है जबकि ड्रोन नीति में इसके लिए 75 दिन की समय सीमा तय की गयी है। उन्होंने कहा कि ऐसे 14 और ड्रोन निर्माताओं के आवेदन विचाराधीन हैं।

आशा है कि उन्हें भी समयसीमा के पहले प्रमाणन मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि नागर विमानन मंत्रालय ने बीते आठ महीनों में बहुत तेजी से काम करके तमाम क्षेत्रों में नीति निर्माण से लेकर क्रियान्वयन का काम किया है। भारतीय गुणवत्ता परिषद के निदेशक डॉ. मनीष पाण्डे ने कहा कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की और कानपुर के विशेषज्ञों को शामिल करके गुणवत्ता के मानदंड एवं नियमावली तैयार की गयी है।

इसमें नागर विमानन मंत्रालय, नागर विमान महानिदेशालय, उद्योग जगत एवं अन्य प्रमाणन संस्थाओं से भी सहायता ली गयी। टेकवर्ल्ड एविगेशन प्राइवेट लिमिटेड ने सभी मानदंडों को पूरा किया है और यह सबसे पहले प्रमाणन हासिल करने वाली कंपनी बनी है।

उन्होंने कहा कि ड्रोन निर्माता अपने उत्पाद के प्रमाणन के लिए भारतीय गुणवत्ता परिषद से कभी भी संपर्क कर सकते हैं। कंपनी के निदेशक अनूप उपाध्याय ने बताया कि उनका ड्रोन कृषि क्षेत्र के लिए विकसित किया गया है। इससे छोटे एवं मझोले किसानों को लाभ होगा। देश में किसानों में ड्रोन की लोकप्रियता को कम से कम 25 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य है। 

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