बच्चों को न्याय दिलाना ही पहला लक्ष्य: हरिचंद्र सेमवाल ,कुमाऊं मंडल में शुरू हुआ बोर्ड एवं समिति का प्रशिक्षण शिविर
नैनीताल। महिला कल्याण विभाग उत्तराखंड द्वारा आयोजित 26 से 28 मई 2022 की अवधि में कुमाऊँ मंडल क़ी बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष तथा सदस्यों एवं किशोर न्याय बोर्ड के सदस्यों के लिए 3 दिवस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तराखंड प्रशासन अकादमी, नैनीताल में 26 मई 2022 को किया गया।
बतौर विशिष्ट अतिथि राजेन्द्र जोशी, जिला जज, नैनीताल ने कहा कि बाल कल्याण समिति और किशोर न्याय बोर्ड में ख्यातिप्राप्त व्यक्तियों का चयन किया जाता है ताकि उपेक्षित श्रेणी के बच्चों को न्याय प्राप्त हो सके।
बाल संरक्षण अपने आप में जटिल कार्य है, नवचयनित अध्यक्ष और सदस्यों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने कर्त्तव्यों का पालन निष्ठापूर्वक करेंगे।
जो भी बच्चा समिति एवं बोर्ड के सम्मुख प्रस्तुत हो उसको विभिन्न योजनाओं के लाभ से जोड़ा जाए।
हरिचंद्र चंद सेमवाल, सचिव महिला कल्याण, उत्तराखंड शासन ने कहा कि समिति और बोर्ड का कार्य न्यायिक प्रक्रिया से जुड़ा है । अतः अध्यक्ष और सभी सदस्य किशोर न्याय अधिनियम का भली भांति अध्ययन कर जज की दृष्टि अपनाकर बच्चों को न्याय दिलवाएं। इनका पहला लक्ष्य बच्चों को न्याय दिलाना ही होना चाहिए।
श्री प्रकाश चंद, संयुक्त निदेशक, उत्तराखंड प्रशासन अकादमी ने सचिव सेमवाल और जिला जज जोशी का धन्यवाद करते हुए आशा प्रकट की कि समस्त प्रतिभागी सरस्वती के प्रांगण में अभिमुखीकरण प्रशिक्षण में ज्ञान तथा कौशल प्राप्त कर अपने जनपदों में बच्चों का संरक्षण सुनिश्चित करेंगे।
अंजना गुप्ता डी पी ओ मुख्यालय ने तीन दिवसीय अभिमुखीकरण प्रशिक्षण का परिचय देते हुए बताया कि प्रथम दिन 26 मई 2022 को बाल कल्याण समिति, दूसरे दिन 27 मई 2022 को किशोर न्याय बोर्ड की जानकारी, केस स्टडी, प्रश्नों के उत्तर विषय विशषज्ञों द्वारा दिए जाएंगे। दूसरे दिन अपराह्न में जस्टिस यू सी ध्यानी जी द्वारा बाल अधिकार के क्षेत्र में आने अनुभव सांझा किये जायेंगे। दिनाँक 28 मई 2022 को तीसरे दिन अंजना गुप्ता द्वारा मिशन वात्सल्य, PM केयर्स, स्ट्रीट चिल्ड्रन पुनर्वास, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना की जानकारी दी जाएगी, साथ ही स्वास्थ्य, श्रम, पुलिस विभागों के प्रतिनिधियों द्वारा बाल संरक्षण के विभिन्न विषयों पर वार्तालाप/चर्चा के माध्यम से प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया जाएगा। जस्टिस श्री रविन्द्र मैठाणी द्वारा समस्त प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये जायेंगे।तकनीकी सत्र में कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन की सीनियर मैनेजर डॉ संगीता गौड़ ने बाल कल्याण समिति के दायित्वों, बाल देखरेख संस्थाओं के मानक, फिट फैसिलिटी/फिट पर्सन, दत्तक ग्रहण आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की।