कोलकाता। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के विधायक परेश पाल चुनाव के बाद हुई हिंसा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता अभिजीत सरकार की हत्या के मामले में बुधवार को यहां केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) अधिकारियों के समक्ष पेश हुए।
शहर के पूर्वी हिस्से में बेलियाघाट विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे श्री पाल सोमवार को जांच एजेंसी द्वारा तलब किए जाने के बाद पूर्वाह्न् करीब 11 बजे साल्ट लेक स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स में सीबीआई अधिकारियों के सामने पेश हुए। सीबीआई कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद चुनाव के बाद हुई हिंसा में हत्या और बलात्कार के मामलों की जांच कर रही है।
वर्ष 2021 में राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के कुछ घंटे बाद बदमाशों ने कथित तौर पर 35 वर्षीय भाजपा नेता सरकार को उनके कंकुरगाछी घर से बाहर खींच लिया और उन्हें लाठियों से पीटा तथा दो मई को सरकार के घर में तोड़फोड़ भी की। अभिजीत सरकार भाजपा की श्रमिक इकाई के नेता थे।
अभिजीत ने बाद में दो सप्ताह बाद शहर के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। श्री पाल का नाम सीबीआई के आरोप पत्र में शामिल नहीं था। आरोप पत्र में 20 लोगों के नाम थे और जिनमें से कुछ को जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया था।
मारे गए भाजपा नेता के भाई विश्वजीत सरकार ने हाल ही में सीजीओ परिसर में भूख हड़ताल पर बैठकर दावा किया कि जांच मंथर गति से चल रही है और बेलियाघाट विधायक उनके भाई की मौत के मास्टरमाइंड में से एक हैं। बिस्वजीत सरकार को भी सुबह से सीजीओ कॉम्प्लेक्स के सामने देखा गया।