काशीपुर । अविवाहित युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। फांसी लगने की जानकारी होने पर परिजन युवक को जीवित समझ अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन चिकित्सक को दिखाये बगैर एवं पुलिस को सूचना दिये बिना ही परिजन शव को अस्पताल से वापस घर ले आये।
मोहल्ला बंदरों वाले मंदिर के निकट निवासी ऋषभ गुप्ता 23 वर्ष पुत्र नीरज गुप्ता ने रविवार की रात रस्सी से पंखे में फंदा लगाकर फांसी लगा ली।
बताया जा रहा है कि ऋषभ तीन भाईयों व दो बहनों में बड़ा था जिसमें एक बहन की शादी हो चुकी है। मृतक ऋषभ के पिता नीरज गुप्ता अपनी छोटी बेटी के साथ रविवार शाम को एक शादी समारोह में मुरादाबाद गये हुए थे। पत्नी व तीनों बेटे घर पर थे।
ऋषभ अपने कमरे में सोया था और दोनों भाई व मां दूसरे कमरे सोये थे। सुबह जब मां ने ऋषभ को कमरे में गले में फांसी का फंदा लगे नीचे पड़ा देखा तो होश उड$ गये। बताया जा रहा है कि रस्सी टूट जाने से ऋषभ नीचे गिर गया। इसकी सूचना मां ने पति नीरज को दी।
जिसके बाद आनन-फानन में आज सुबह तड़के ऋषभ को जीवित समझ सरकारी अस्पताल ले गये, लेकिन उसको मृत समझ डाक्टर को बिना देखे वापस घर ले आए। मृतक के पिता नीरज गुप्ता फ्लेक्सी टफ कंपनी में नौकरी करते हैं, मृतक अविवाहित था।