देहरादून।बाबा केदारनाथ के दर्शनों करने पहुंची दो महिला यात्रियों सहित तीन लोगों की तबियत खराब होने से मौत हो गई। मृतक यात्रियों के शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया।
बीते शुक्रवार को केदारनाथ मंदिर के कपाटोद्घाटन पर बाबा के दर्शनों को सोनी छाया बेन (47) पत्नी सोनी मितुल बेन, ग्राम बडोदरा, विवेकानंद नगर, अहमदाबाद, गुजरात, निवासी बाबा के दर्शनों को गई थी।
लेकिन रास्ते में तबियत खराब होने पर वह परिजनों के साथ वापस सोनप्रयाग लौट आईं। रात्रि 9 बजे एबुलेंस से जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग लाया गया। जहां इलाज के दौरान देर रात्रि उनकी मौत हो गई।
शनिवार सुबह 10.15 बजे केदारनाथ में बाबा के दर्शनों को मंदिर परिसर में पहुंची उर्मिला गर्ग (67) पत्नी त्रिलोकीनाथ गर्ग, ग्राम दिबई, बुलंदशहर (यूपी) की अचानक तबियत बिगड़ने से मौत हो गई।
वहीं, दिलशा राम (61) पुत्र जयनारायण, निवासी गौर-खुर्द, जिला भिंड, मध्य प्रदेश की केदारनाथ में तबियत बिगड़ने पर मौत हो गई। दोनों शवों का पंचनामा भरने के बाद पुलिस ने हेलीकॉप्टर से गुप्तकाशी भेजा। जहां से पोस्टमार्टम के लिए एबुलेंस के जरिए शवों को जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग लाया गया।
सीएमएस डॉ. मनोज बडोनी ने बताया कि मृतक यात्रियों के शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया। साथ ही मामले में प्रशासन को रिपोर्ट भेज दी गई है। इधर, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि शनिवार को केदारनाथ में यात्री उर्मिला गर्ग और दिलशा राम की मौत तबियत खराब से पुष्टि हो चुकी है। लेकिन तीसरे यात्री के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है कि मौत किन कारणों से हुई है।
सरकार चारधाम तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है। जनपद उत्तरकाशी की कार्डिक एंबुलेंस बीते दो वर्षों से दून मेडिकल कालेज में सेवाएं दे रही है, जबकि यहां तीर्थयात्री हार्ट अटैक से जान गंवा रहे हैं। जनपद का स्वास्थ्य विभाग कार्डिक एंबुलेंस को वापस मंगाए जाने के लिए निदेशालय से गुहार भी लगा चुका है।
बावजूद इसके कार्डिक एंबुलेंस को वापस नहीं भेजा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यदि एंबुलेंस मिल जाती है, तो इसे यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर तैनात किया जाएगा।