हल्द्वानी । अब रेलवे ने स्थानीय उत्पादों को मंच देने के लिए रेलवे स्टेशनों में अलग अलग उत्पादों के स्टॉल लगाने का फैसला किया है। रेलवे का दावा है कि इससे कारीगर, शिल्पकार, कुम्हार, बुनकरों एवं जन-जातियों के बेहतर जीविकोपार्जन का मौका मिलेगा और हरेक इलाके के विशेष उत्पादों को शानदार मंच मिलेगा। अकेले बरेली इज्जतनगर मंडल ने 15 स्टेशन चिन्हित किए गए हैं।
यह जानकारी डीआरम ने दी। उन्होंने बताया कि काठगोदाम में कौसानी शॉल, कन्नौज में इत्र, फर्रुखाबाद में नमकीन, बरेली सिटी में सुर्मा, इज्जतनगर में जरदोजी के कपड़े, काशीपुर व रामनगर में बाल मिठाई, मथुरा छावनी में पेड़ा व दुग्ध उत्पाद, हाथरस सिटी में हींग, घटपुरी में गुजिया एवं दुग्ध उत्पाद, खटीमा व पीलीभीत में बांसुरी व बेत का सामान, बिजौरिया में गुड़ व गन्ने से बने उत्पाद, पंतनगर में पौधों के बीज एवं सोया उत्पाद तथा बदायूं में पेड़ा का ह्य एक स्टेशन- एक उत्पाद योजना के तहत स्टाल लगाए जायेंगे।
उन्होंने बताया कि काठगोदाम रेलवे स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार के यात्री प्रतीक्षालय हाल में कौसानी शाल का स्टाल काम करने लगा है। उन्होंने बताया कि चयनित स्टेशनों पर स्टाल लगाए जाने के लिए हस्त शिल्पियों एवं कारीगरों को प्रोत्साहित किया गया है।