नयी दिल्ली। आरपीएफ और बीबीए के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। इस एमओयू का उद्देश्य देश में मानव तस्करी पर लगाम लगाने के लिए छापेमारी, बचाव सहायता, क्षमता निर्माण एवं जागरुकता लाना है तथा विभिन्न स्रोतों का इस्तेमाल करके लोगों को जागरुक करना है।
बीबीए और आरपीएफ ने अपने साझा बयान में कहा, बचपन बचाओ आंदोलन और आरपीएफ के लोगों के लिए तकनीकी सहयोग, प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यशाला का आयोजन करेगा।
इस अवसर पर बचपन बचाओ आंदोलन की सीईओ रजनी सेखरी सिबल ने कहा, देश में बच्चों की तस्करी रोकने के लिए रेलवे सुरक्षा बल के साथ जुड़कर काम करने में हमें गर्व महसूस हो रहा है।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान ‘बचपन बचाओ आंदोलन’ ने 10 हजार से ज्यादा बच्चों को तस्करी से बचाया था। इनमें से ज्यादातर रेलवे स्टेशनों से बचाए गए थे।
हम भविष्य में भी रेलवे सुरक्षा बल के साथ काम करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। आरपीएफ के निदेशक जनरल संजय चंदर ने मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई में बीबीए की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि इस समझौते से इस लड़ाई को और मजबूती मिलेगी।