नयी दिल्ली। इंदिरा गांधी अस्पताल में दिल्ली सरकार मेडिकल कॉलेज बनाने जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि सभी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने और पब्लिक हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार लगातार काम कर रही है।
सरकारी अस्पतालों में अगले कुछ वर्षों के दौरान बिस्तरों की संख्या काफी तेजी से बढ़ेगी। विभिन्न अस्पतालों के विस्तार पर काम चल रहा है। केजरीवाल सरकार अपने लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध है और जनता की सेवा के लिए समर्पित हैं। यही वजह है कि दिल्ली के निवासियों को किफायती और गुणावत्तायुक्त स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जा रही है।
हम लगातार स्वास्थ्य संबंधी आधारभूत संरचना का विस्तार कर रहे हैं। जैन ने कहा,‘‘ दिल्ली सरकार का मकसद विदेशों की तर्ज पर दिल्लीवालों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है। इसी के मद्देनजर द्वारका के सेक्टर-9 स्थित इंदिरा गांधी हॉस्पिटल को मेडिकल कॉलेज की सौगात मिलेगी।
मेडिकल कॉलेज द्वारका सेक्टर-17 में बनाया जाएगा। इस कॉलेज के बनने के बाद जहां हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को पंख लगेंगे वहीं, चिकित्सा और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में दिल्ली और सशक्त होगी। आम लोगों को इलाज की बेहतर सुविधा मिलने के साथ ही युवाओं को रोजगार मिलेगा।
यह मेडिकल कॉलेज साल 2025 तक बनकर तैयार होगा। शुरूआती दौर में यहां छात्रों को एमबीबीएस पाठ्यक्रम आफर किए जाएंगे। इसके बाद एमडी, एमएस, डीएम आदि की मेडिकल डिग्री दी जाएगी।
पिछले सात वर्षों में दिल्ली के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव आया है। केवल मेडिकल क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप नहीं हो रहा, बल्कि नए डॉक्टर भी तैयार हो रहे हैं और बेड की संख्या भी बढ़ी है। इंदिरा गांधी अस्पताल में मेडिकल कॉलेज बनने के बाद डॉक्टरों की नई फौज तैयार होगी।
डॉक्टर बनने का सपना देख रहे युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। साथ ही ऐसे छात्रों को सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिले का अवसर मिलेगा, जो मेधावी तो हैं लेकिन गरीबी के कारण भारी भरकम फीस वाले ‘डोनेशन की वसूली’ में लिप्त प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में दाखिला लेने में असर्मथ हैं।
दिल्ली सरकार की ओर से लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं और स्वास्थ्य शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। इंदिरा गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में पढ़ाई के साथ शोध पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि यह मेडिकल कॉलेज शोध और मौलिकता का पॉवर हाउस बनकर उभरे।
इंदिरा गांधी हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. बीएल चौधरी ने बताया कि देश को अच्छे डाक्टरों की जरूरत है और उसी दिशा में द्वारका सेक्टर-17 में आधुनिक तकनीक और स्वास्थ्य सेवाओं पर आधारित मेडिकल स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया।
इससे मेधावी छात्रों और समग्र रूप से समाज को लाभ मिलेगा। मेधावी छात्र जो निजी मेडिकल कॉलेजों की फीस वहन नहीं कर सकते, वे चिकित्सा क्षेत्र में अपने सपनों को साकार पाएंगे।