सिलीगुड़ी। ममता बनर्जी की सरकार की खिंचाई करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कोरोना वायरस के खत्म होते ही नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लागू किया जाएगा।
श्री शाह ने यहां से निकट रेलवे संस्थान मैदान में एक रैली को संबोधित करते हुए तृणमूल सरकार पर सीएए के खिलाफ अफवाह फैलाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड -19) खत्म होने के बाद अधिनियम को लागू किया जाएगा।
उन्होंने दावा किया, सीएए के कार्यान्वयन का ममता बनर्जी सरकार का विरोध इस आधार पर है कि तृणमूल बंगाल में घुसपैठ चाहती है, लेकिन हम महामारी खत्म होने के बाद सीएए को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘‘जिस क्षण कोविड -19 की लहर समाप्त हो जाएगी, हम सीएए को जमीन पर लागू करेंगे। उन्होंने कहा,‘‘ममता दीदी घुसपैठ चाहती हैं। सीएए हकीकत था, है और रहेगा।
सीएए, जिसे 2019 में अधिनियमित किया गया था, लेकिन अभी तक लागू नहीं किया गया है, का उद्देश्य हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के उन सदस्यों को नागरिकता प्रदान करना है, जिन्हें अफगानिस्तान, बंगलादेश और पाकिस्तान में उत्पीड़न का सामना करना पड़ा था।
उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं पर हमला किए जाने पर भी पार्टी नहीं झुकेगी। उन्होंने राज्य में अत्याचारी शासन को उखाड़ फेंकने और लोकतंत्र बहाल करने का संकल्प व्यक्त किया।
शाह ने दावा किया,‘‘हमने सोचा था कि मा-माटी-मानुष-सरकार तीसरी बार जनादेश के बाद खुद को ठीक कर लेगी, लेकिन ऐसा नहीं है। भाजपा समर्थकों पर सिंडिकेट, कट मनी, धमकी, भ्रष्टाचार और हमले जारी रहे।
उन्होंने यह भी दावा किया कि हाल ही में मानवाधिकारों के अवलोकन में कहा गया है कि बंगाल में कानून का शासन नहीं है, लेकिन ‘शासकों का कानून’ प्रबल है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में 100 से अधिक भाजपा कार्यकर्ता मारे गए और इस दौरान अपराधों के 181 से अधिक मामले हुए।
इनमें से अदालत ने जांच एजेंसी को राज्य में बलात्कार के 64 और हत्या के 52 मामलों की जांच करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, हमें उम्मीद थी कि तीसरी बार सत्ता में आने के बाद यहां की सरकार खुद को सुधार लेगी।
हमने पूरे एक साल तक उसके खुद को सुधारने के लिए इंतजार किया, लेकिन वह नहीं बदली। उन्होंने कहा, मैं यहां एक साल के बाद 2016 में केवल तीन विधायकों से 2021 में भाजपा के 77 विधायक तक पहुंचाने और पार्टी को भारी समर्थन देने के लिए लोगों का अभिवादन करने आया हूं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने दावा किया कि यहां की सरकार निहित राजनीतिक हितों के लिए गोरखाओं को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा, दीदी (सुश्री बनर्जी) ने हमेशा गोरखा भाइयों और बहनों को गुमराह किया है। मैं आज उन्हें यह बताने आया हूं कि अगर कोई एक पार्टी है जो गोरखाओं के हित में सोचती है, तो वह भाजपा है।