बागेश्वर । राजकीय इंटर कालेज बागेश्वर में इन दिनों बोर्ड परीक्षाओं का मूल्यांकन कार्य चल रहा है। जिसमें कई परीक्षार्थियों ने अच्छे अंक देने के लिए अपील की है। किसी ने गरीबी का हवाला देते हुए अच्छे अंक देने को कहा है तो किसी ने कोरोना काल में लिखने का अभ्यास न होने के कारण लेख पर ध्यान न देने की अपील की है।
जिला मुख्यालय स्थित राइंका बागेश्वर में जनपद के विषय विशेषज्ञों द्वारा मूल्यांकन कार्य किया जा रहा है। मूल्यांकन के बाद परीक्षकों द्वारा आपस में बच्चों द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं पर टिप्पणी की जा रही हैं।
अधिकांश पुस्तिकाओं में परीक्षार्थियों ने लिखा है कि कोरोना काल के चलते उनकी लेख इतनी खराब हो गई है कि वे अंतिम लाइन में लेख पर ध्यान न देने व पूर्ण अंक ही देने की अपील लिखे हुए हैं। कई लोग गरीबी का हवाला देकर उन्हें पास करने की अपील कर रहे हैं।
यहां तक कि एक छात्र ने लिखा है कि वह दिव्यांग है तथा उसे सरकार द्वारा प्रमाण पत्र नहीं मिला है। जिस कारण वह पढ़ाई व लिखने में कमजोर है। कहा कि यदि वह उत्तीर्ण नहीं हुआ तो उसके समीप बढ़ाई मुश्किल पैदा होगी।
एक परीक्षार्थी ने लिखा है कि गत वर्ष के परीक्षार्थी कोरोना काल में पास कर दिए गए तथा वे इस साल उम्मीद में था कि इस साल भी ऐसा ही होगा। उसने भी पास करने की अपील की है।
राइंका बागेश्वर में 15 अप्रैल से मूल्यांकन चल रहा है। इंटरमीडिएट व हाईस्कूल में आठ- आठ टेबल लगाए गए हैं। कुछ बच्चों ने टिप्पणियां लिखकर अपने अंक दिए जाने का अनुरोध किया जा रहा है। मूल्यांकन परीक्षक लिखे आधार पर देते हैं।
प्रमोद तिवारी, प्रधानाचार्य