चंडीगढ़। पंजाब के पटियाला जिले में खालिस्तान विरोधी मार्च को लेकर हुई झड़प के दो दिन बाद सिख समूह दमदमी टकसाल राजपुरा के प्रमुख बरजिंदर सिंह परवाना को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
परवाना पर पहले भी सोशल मीडिया पर आतंकवाद को भड़काने का आरोप लगा है। परवाना एक आपराधिक इतिहास वाला व्यक्ति है, जिसके खिलाफ अतीत में चार प्राथमिकी दर्ज हैं।
पटियाला रेंज के नए पुलिस महानिरीक्षक मुखविंदर सिंह छिना ने कहा कि परवाना एक स्वयंभू सिख नेता हैं, जो समर्थन हासिल करने के लिए सोशल मीडिया पर अपमानजनक भाषण देते हैं।
दमदमी टकसाल राजपुरा के एक शिष्य, परवाना को सख्त आतंकवाद विरोधी कानून गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और 1984 के दंगों पर उनकी टिप्पणियों के लिए भी जाना जाता है।
छिना ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि शुक्रवार की घटना के संबंध में छह प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और इनमें कुल 25 लोगों को नामजद किया गया है। उन्होंने कहा कि अब तक कुल 25 आरोपियों में से परवाना सहित चार को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस मामले में हरीश सिंगला, दलजीत सिंह और कुलदीप सिंह को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। शुक्रवार की झड़प के कुछ घंटे बाद, पुलिस ने बिना अनुमति के जुलूस निकालने और हिंसा भड़काने के आरोप में शिवसेना (बाल ठाकरे) नामक एक समूह के ‘‘कार्यकारी अध्यक्ष’’ हरीश सिंगला को गिरफ्तार किया था।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को पटियाला के काली देवी मंदिर की ओर जा रही रैली के दौरान झड़प हो गई थी। भगवंत मान के मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य में पहली बार इस तरह की हिंसा देखने को मिली है।
इस घटना को लेकर विपक्ष की ओर से सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी(आप) की आलोचना हो रही है। मान ने शनिवार को कहा था कि जिले में स्थिति शांतिपूर्ण है। शुक्रवार को झड़प के तुरंत बाद शनिवार सुबह तक कर्फ्यू की घोषणा की गई थी।
बाद में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शनिवार को कई घंटों के लिए मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया। मान के आदेश के बाद तीन पुलिसकर्मियों का तबादला भी कर दिया गया था।