यात्रा काल में भिखारी बच्चों की होगी पहचान

गोपेश्वर। यात्रा काल में भीख मांगने वाले बच्चों तथा बाल श्रमिकों की पहचान कर चाइल्डलाइन टीम सुरक्षा व संरक्षण प्रदान करेगी।
हिमाद समिति के सचिव उमाशंकर बिष्ट ने चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के तत्वाधान में स्वयंसेवी संगठनों, टैक्सी यूनियन पदाधिकारियों तथा विकास कार्यकर्ताओं की बैठक में बतौर मुख्य अतिथि यह बात कही।

उन्होने कहा कि यात्रा काल में भीख मांगने वाले बच्चों की संख्या यकायक बढ़ जाती है। इसी दौरान बाल श्रमिकों से भी काम करवाया जाता है। इसके चलते बच्चों के शोषण एवं हिंसा की घटनाओं को बढ़ावा मिलता है।

उन्होने कहा कि यात्रा काल में भीख मांगने वाले बच्चों तथा बाल श्रमिकों की चाइल्डलाइन टीम द्वारा पहचान की जाएगी। यात्रा रू ट पर जरू रतमंद तथा संरक्षण चाहने वाले बच्चों के संबंध में हितग्राहियों के साथ निरंतर संवाद स्थापित कर सुरक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा।

उन्होने कहा कि बच्चों की सुरक्षा के लिए सभी लोगों को सकारात्मक पहल करनी होगी। यात्रा मार्गों और पड़ावों पर आजीविका के अवसर बढ़ जाने के कारण बच्चों की आमद भी बढ़ जाती है। शोषण एवं हिंसा के चलते बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित होता है।

बच्चों को मुख्य धारा से जोडऩे के लिए इस तरह की कवायद करनी होगी। चाइल्डलाइन की समन्वयक प्रभा रावत ने कहा कि पर्यटन व्यवसाय में बच्चों का शोषण बडा मुद्दा रहा है। अपने घर छोड़ कर बच्चे होटलों में काम करने लगते हैं।

गरीब बच्चे तो भीख मांग कर अपना गुजारा तो करते ही हैं अपितु कूड़ा बीनने तथा खच्चर वालों के साथ भी मददगार बन जाते हैं। इससे बाल शोषण को बढ़ावा मिलता है। उन्होने कहा कि बच्चों को शोषण से निजात दिलाने के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन पर भी शिकायत प्राप्त होती रही हैं।

इसलिए यात्रा काल में बच्चों के संरक्षण और सुरक्षा पर जोर रहेगा। पीस संस्था के सचिव सत्येंद्र परमार ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को बच्चों के शोषण के मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनना होगा।

हिंसा और शोषण को रोकने के लिए पंचायत तथा निकाय स्तर पर बाल सुरक्षा समितियों को सक्रिय करने के लिए सामुदायिक सहभागिता की पहल करनी होगी। समाज में अनाथ, गरीब, गुमशुदा, बीमार, बच्चों के संरक्षण के लिए समन्वय स्थापित करना होगा।

गोपीनाथ टैक्सी यूनियन गोपेश्वर के अध्यक्ष जगमोहन रावत ने कहा कि यात्रा काल के दौरान कई बच्चें अकेले टैक्सियों एवं बसों में सफर करते हैं। इसके चलते यूनियन के माध्यम से वाहन स्वामियों तथा चालकों को बच्चों की पहचान कर चाइल्ड हेल्पलाइन को सूचित करने की अपील की जाएगी।

बैठक में नव ज्योति कल्याण संस्थान की सुमन नेगी, शेप सस्था के शिवनारायण किमोठी, वनाधिकार समिति के अध्यक्ष बहादुर सिंह रावत, वन पंचायत सरपंच संगठन के संरक्षक प्रेम सिंह सनवाल, कर्णभूमि किसान उत्पादक सहकारी संगठन की अध्यक्ष बीना तिवारी, लीला देवी, एकता स्वायत्त सहकारिता की संरक्षक कल्पना जोशी, हिमाद टीम सदस्य पुष्कर कोठियाल, दीपक रावत, पंकज पुरोहित, अनीता फस्र्वाण, संतोषी बिष्ट ,राजेश्वरी देवी, भूपेंद्र कुमाई आदि ने भी विचार व्यक्त किए। इस दौरान बाल सुरक्षा पोस्टर भी जागरू कता के लिए लांच किया गया।

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