गुवाहटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के कर्बी एंगलांग जिले के दीफू में ‘विशाल शांति, एकता विकास रैली’ को संबोधित किया। प्रधानमंत्री का इस दौरे में असम में कई नई परियोजनाओं की आधारशिला रखने और सात कैंसर अस्पतालों का उद्घाटन करने का कार्यक्रम है।
मोदी ने कहा कि शांति कि दिशा में प्रगति के लिए ही हमने सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (आफ्स्पा) को 23 जिलों से हटा लिया है। नागालैंड और मणिपुर में भी स्थिति की समीक्षा की जा रही है।
हम पूर्वोत्तर क्षेत्र में हर जगह शांति कायम करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने हिंसा की राह छोड़कर देश की मुख्यधारा अपना ली है उनके समुचित पुनर्वास के लिए हमारी सरकार काम कर रही है।
उन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों के बीच सीमा विवाद जैसे संवेदनशील मुद्दे का भी उल्लेख किया और कहा कि ‘‘सबका साथ सबका विकास’’ की भावना से राज्य सीमा संबंधी मुद्दों का समाधान खोजा रहा है।
मोदी ने कहा, ‘‘असम और मेघालय के बीच हाल में हुए सीमा समझौते से अन्य राज्यों को भी इसके लिए प्रोत्साहन मिलेगा। मोदी ने पूर्वोत्तर के आदिवासी लोगों को अपने स्थानीय उत्पादों को विश्व स्तर पर बाजारों में पहुंचाने के लिए लोकल फॉर वोकल की भावना पर बढ़-चढ़कर काम करने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हम विभिन्न जगहों पर आदिवासी संग्रहालय स्थापित कर आदिवासी और जनजातीय लोगों द्वारा तैयार उत्पादों को प्रोत्साहित कर रहे हैं हमें स्थानीय उत्पादों को बढ़-चढकर उत्साहित करना चाहिए और उन्हें वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का प्रयास करना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कर्बी आन्गलांग पर्वतीय जिले में शिक्षा क्षेत्र की कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि आज जब देश ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है, उसी समय पूर्वोत्तर की धरती के महान सपूत लचित बोरफुकन की 400वीं जयंती मनायी जा रही है।
मोदी ने कहा, उनका जीवन राष्ट्र भक्ति और राष्ट्र शक्ति की प्रेरणा है, कार्बी आंगलोंग से देश के इस महान नायक को मैं नमन करता हूं। प्रधानमंत्री ने असम में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘डबल इंजन की सरकार जहां भी हो वहां सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से काम करती है।
असम के स्थायी शांति और के विकास के लिए जो समझौता हुआ था उसका जमीन पर उतारने का काम तेजी से चल रहा है।
उन्होंने कहा कि इस समय असम में 2600 से अधिक अमृत सरोवर बनाने का काम शुरू किया जा रहा है यह काम जनभागीदारी पर आधारित है। जनजातीय समाज में सरोवरों की समृद्ध परंपरा रही है। ये सरोवर गांव में पानी के भंडार के साथ-साथ कमाई के स्त्रोत बनेंगे।
मोदी ने कहा कि 2014 के बाद से पूर्वोत्तर में मुश्किलें कम हो रही है और लोगों का विकास कम हो रहा है। उन्होंने कहा है कि इस क्षेत्र के कई राज्यों में लंबे समय तक सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (एएफएसपीए) लागू रहा है लेकिन आठ वर्ष में स्थायी शांति और बेहतर कानून व्यवस्था होने के कारण हमने कई क्षेत्रों से एएफएसपीए हटा लिया है।