नयी दिल्ली। न्यायपालिका से जुड़े मुद्दों पर उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों और फिर मुख्यमंत्रियों तथा मुख्य न्यायाधीशों का एक संयुक्त सम्मेलन 29 एवं 30 अप्रैल को यहां आयोजित किया जाएगा।
एक आधिकारिक बयान में गुरुवार को बताया गया कि भारत के मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमन शुक्रवार को आयोजित उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के 39 वें सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे।
उच्चतम न्यायालय परिसर में होने वाले सम्मेलन में 2016 में आयोजित मुख्य न्यायाधीशों के सम्मेलन में पारित प्रस्तावों में हुई प्रगति की समीक्षा के साथ-साथ देशभर में न्यायिक प्रणाली में सुधार के उपायों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
मुख्य न्यायाधीशों के सम्मेलन अगले दिन यानी 30 अप्रैल को दिल्ली के विज्ञान भवन में मुख्यमंत्रियों और मुख्य न्यायाधीशों का एक संयुक्त सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस संयुक्त सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
मुख्य न्यायाधीशों के पिछले सम्मेलन (2016) के प्रस्तावों की प्रगति के मूल्यांकन के अलावा, प्राथमिकता के आधार पर सभी अदालत परिसरों में नेटवर्क और कनेक्टिविटी को मजबूत करने, मानव संसाधन / कार्मिक नीति, जिला अदालतों की जरूरतों सहित तमाम जरूरी मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
सम्मेलन में न्यायपालिका के बुनियादी ढांचे तथा क्षमता निर्माण, संस्थागत और कानूनी सुधार और उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति के संबंध में गहन चर्चा की जाएगी।
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय 1953 से उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के सम्मेलन का आयोजन करता आ रहा है और अब तक 38 ऐसे सम्मेलन आयोजित कर चुका है। आखिरी बार 2016 में सम्मेलन आयोजित किया गया था।