सीएम धामी ने कहा- इकोलॉजी और इकोनामी में आदर्श समन्वय का काम कर रही सरकार 

देहरादून।सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश में ईकोलॉजी और इकोनोमी में समन्वय के लिए राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है।  धामी ने सचिवालय से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से नीति आयोग के नवोन्मेषी कृषि कार्यक्रम में प्रतिभागिता करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में सकल पर्यावरणीय उत्पाद (जीईपी) को लागू किया है, जो जी.डी.पी को निर्धारित करने के प्रचलित मॉडल के साथ लागू किया गया है।

उन्होंने कहा कि राज्य में नेशनल हॉर्टिकल्चर मिशन के अन्तर्गत विश्व स्तरीय पौधशालाओं की स्थापना, चाय के विकास के लिए उत्तराखण्ड की चाय को वैश्विक पहचान दिलाने, जल संरक्षण हेतु काश्तकारों को प्रोत्साहित कर रेन हार्वेंस्टिंग टैंको के व्यापक स्तर पर निर्माण एवं सब्जी और पुष्प उत्पादन हेतु पॉलीहाउस को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किये जा रहे है।

जिसमें नीति आयोग एवं केन्द्र सरकार से मदद ली जायेगी। श्री धामी ने ने कहा कि उत्तराखण्ड में प्राकृतिक कृषि के उत्थान एवं उसके विविध आयामों पर कार्य करने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है।

उत्तराखण्ड सरकार राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विश्वविद्यालयों को प्रेरित कर रही है। कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से काश्तकार इससे जुड़ेगे। रासायनिक खेती से प्राकृतिक खेती राज्य के विजन डॉक्यूमेंट का हिस्सा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जल्द एक टास्क फोर्स का गठन किया जायेगा। जिसमें सभी हितधारकों को शामिल कर उत्तराखण्ड में प्राकृतिक खेती में आगे बढ़ाया जायेगा। हमें अपनी कृषि व्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी खेती को तमाम हानिकारक रसायनों से बचाना होगा।

जिससे काश्तकार भी सम्पन्न हो सकें और ‘सर्वे भवन्तु सुखिन: आधारित कृषि व्यवस्था लागू हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक कृषि हजारों वर्षों से हमारी परंपरा का हिस्सा रही है। पर्यावरण को बचाये रखने के लिए हमें प्रकृति की शरण में जाना ही होगा।

उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में कृषि एवं उद्यान आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए आईआईएम काशीपुर में स्टार्टअप हब बनाया जा रहा है। कृषि एवं उद्यान के अन्तर्गत राज्य में सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाये जायेंगे।

उन्होंने कहा कि राज्य में नेशनल मिशन फॉर फूड प्रोसेसिंग के अन्तर्गत फल, सब्जियों के प्रसंस्करण के लिए पृथक नोडल ईकाई का गठन कर वेल्यू एडिशन एवं फूड प्रोसेंसिंग आधारित संरचना का विकास किया जायेगा।

 

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