यात्राकाल के दौरान रुद्रप्रयाग में लागू रहेगी वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था

रुद्रप्रयाग। यात्रा को सफल तरीके से संचालित करने के लिये जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से स्थानीय व्यापारियों एवं नागरिकों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान व्यापारियों एवं जनता से यात्रा के सफल संचालन के लिये सुझाव भी मांगे गये व उनकी समस्याओं को भी सुना गया।

पुलिस कार्यालय सभागार में उपजिलाधिकारी श्रीमती अपर्णा ढौंडियाल व क्षेत्राधिकारी रुद्रप्रयाग प्रबोध कुमार घिल्डियाल की अध्यक्षता में जनपद में होने वाली आगामी चारधाम यात्रा के दृष्टिगत रुद्रप्रयाग कस्बे की यातायात व्यवस्था के बारे में चर्चा की गई।

बैठक में अनूप नेगी मैमोरियल स्कूल से लेकर आर्मी/रुद्रा बैण्ड तक सडक़ किनारे खड़े किये जाने वाले चौपहिया वाहनों को गुलाबराय मैदान के एक किनारे पर अथवा पुरानी तहसील के पास के चौड़े क्षेत्र में खड़े कराये जाने पर सहमति बनी और हाईवे किनारे कहीं पर भी कोई वाहन खड़ा न किये जाने पर सभी लोगों ने सहमति जताई।

इसके अलावा रुद्राबैण्ड से डाटपुल के मध्य हाईवे किनारे किसी भी प्रकार के दुपहिया वाहनों को खड़ा नहीं किया जायेगा। पोस्ट ऑफिस के सामने वन विभाग के पार्क को पार्किंग के रूप में प्रयोग किया जायेगा। डाटपुल से केदारनाथ तिराहे के बीच भी कोई वाहन पार्क नहीं किये जा सकेंगे।

कुछ वाहन नये बस अड्डे पर तथा स्टेट बैंक, बोहरा नर्सिंग होम जाने वाले पैदल रास्ते के पास के क्षेत्र के दुपहिया वाहनों को केदारनाथ तिराहा एटीएम के पास की जगह पर पार्क किये जाने पर सहमति बनी।
मुख्य बाजार स्थित पीपल का पेड़, हनुमान मन्दिर के पास संचालित हो रही दुपहिया वाहनों की पार्किंग को हटाये जाने पर सहमति बनी। बाजार के फुटपाथ को खाली रखे जाने तथा बाजार मे लगने वाली ठेली फड़ व अन्य किसी भी प्रकार के होने वाली अतिक्रमण को हटाये जाने के लिये उपजिलाधिकारी ने नगर पालिका प्रतिनिधि को निर्देशित किया।

व्यापारियो से चर्चा करते हुए बाजार में माल वाहक वाहनों की लोडिंग/अनलोडिंग सुबह आठ बजे से पहले तथा अपरान्ह चार बजे बाद 2 छोटे वाहनों को छूट दिये जाने पर सहमति बनी। कुल मिलाकर लोडिंग/अनलोडिंग की समय सीमा रात्रि आठ बजे से सुबह आठ बजे की रखी गयी है। केदारनाथ तिराहे से मुख्य बाजार होते हुए वाहनों के लिये वन-वे व्यवस्था प्रचलित किये जाने पर चर्चा हुई।

इसकी समयावधि आठ बजे से सांय सात बजे तक तथा यात्रा के अधिक चलने या कम चलने के हिसाब से हल्का सा ढील दिये जाने पर चर्चा हुई। स्वास्थ्य सम्बन्धी अर्थात बीमार व्यक्तियों को लाने वाले वाहनों अथवा एम्बुलेंस को वन-वे व्यवस्था से छूट दी जायेगी।
आर्मी के बड़े वाहनो द्वारा भी वन-वे का पालन किये जाने पर सहमति बनी। इसी प्रकार से वर्तमान में प्रचलित रेलवे एवं सडक़ निर्माण से सम्बन्धित कार्यदायी संस्थाओं के मिट्टी पत्थर ढोने वाले ट्रक इत्यादि रात्रि आठ बजे से प्रात: आठ बजे के बीच ही चलेंगे, कभी कभार यात्रा कम होने की अवधि में दिन के 2 से 4 बजे के बीच कुछ ट्रकों को निर्धारित शर्तों के साथ छोड़ा जा सकता है। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि किसी भी प्रकार के विवाद से बचने के लिये दुकान पर रेट लिस्ट चस्पा की जायेगी।

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