नयी दिल्ली। दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के दिन भड़की हिंसा के मुख्य आरोपी असलम और अंसार की पुलिस हिरासत एक स्थानीय अदालत ने दो दिन तक बढ़ा दी है।
दिल्ली की रोहिणी अदालत ने अन्य चार आरोपियों को भी 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। ये शनिवार को हुई हिंसा में पुलिस द्वारा अब तक गिरफ्तार किए गए 23 लोगों में शामिल हैं। दिल्ली पुलिस ने अदालत के सामने दलील दी कि अंसार और असलम को 15 अप्रैल की शोभा यात्रा के बारे में पता था।
दोनों ने कथित तौर पर इस हिसाब से एक साजिश रची। पुलिस इस वक्त सीसीटीवी फुटेज को खंगालने में लगी है ताकि आगजनी और हमले में शामिल अन्य लोगों की पहचान हो सके।
उत्तर पश्चिमी दिल्ली में इस घटना की शुरुआत एक मामूली झड़प से हुई थी, जिसने बाद में एक बड़ा रूप ले लिया। पुलिस ने अदालत से कहा है कि आरोपी मोहम्मद असलम के कब्जे से उस पिस्तौल को बरामद कर लिया गया, जिसमें से उसने गोली चलाई थी जो दिल्ली पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर (एसआई) को लगी थी।
असलम साल 2020 में जहांगीरपुरी थाने में भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत दर्ज मामले में भी दोषी पाया गया है। पुलिस ने अदालत को बताया कि अंसार पहले भी हमले के दो मामलों में शामिल रहा है और उसे निवारक धाराओं के तहत बार-बार गिरफ्तार किया जा चुका है और इसके अलावा, जुआ और शस्त्र अधिनियम के तहत भी उस पांच दफा केस दर्ज हो चुके हैं।