नयी दिल्ली। देश में कोरोना महामारी का प्रकोप एक बार फिर बढ़ने लगा है।पिछले कुछ दिनों से भारत में नए मामलों की संख्या बढ़ने लगी है। कोरोना के नियमों में ढील मिलते ही कई स्कूलों में छात्रों में कोरोना फैलना शुरू हो गया। कोरोना वायरस का ओमीक्रोन वैरिएंट का BA.2 सब वैरिएंट इस समय दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है। इस बीच ओमीक्रोन दो नए सब-वैरिएंट BA.4 और BA.5 मिलने से दुनिया की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। यूरोपीय और एशियाई देशों में कोरोना वायरस की चौथी लहर का कहर जारी है।
कई देश ओमीक्रोन और इसके सब वेरिएंट से कराह रहे हैं। भारत में कोरोना की चौथी लहर को लेकर चर्चा तेज हो गई है। हालांकि, देश में वैक्सीनेशन तेजी से किया जा रहा है। लेकिन देखना दिलचस्प होगा कि कोरोना के नए वैरिएंट पर भारतीय वैक्सीन कितनी कारगर होगी?
चीन के वुहान शहर में पैदा हुआ कोरोना वायरस आज पूरी दुनिया में आतंक मचाए हुए हैं। यूरोपीय और एशियाई देशों में कोरोना वायरस की चौथी लहर का कहर जारी है। इधर भारत में भी कोरोना वायरस की चौथी लहर का खतरा तेजी से बढ़ गया है। कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रोन और इसके सबके वेरिएंट ही चौथी लहर में जानलेवा साबित हो सकते हैं। कई देश ओमीक्रोन और इसके सब वेरिएंट से कराह रहे हैं।
देश में कोरोना वायरस की तीन लहरें अब तक आ चुकी हैं। दूसरी लहर में डेल्टा वेरिएंट घातक बन गया था। तीसरी लहर में ओमीक्रोन जानलेवा साबित हुआ था। कहा जा रहा है कि अब चौथी लहर में कोरोना वायरस का पूरा कुनवा हमला करने के लिए तैयार है।
सिर्फ ढाई साल में कोरोना वायरस का एक पूरा कुनवा तैयार हो गया है। इसके कई नए सदस्य फैमिली मेंबर के रूप में शामिल हुए। कोरोना वायरस को कोविड-19 नाम दिया गया है। यह कोरोना वायरस का ही एक फैमिली मेंबर है। सार्स कोविड-2, डेल्टा, ओमीक्रोन इसके नए सदस्य है। यानी ये वेरिएंट है। इनके सब वेरिएंट भी हैं। जिससे कोरोना वायरस नामक एक पूरी हवेली तैयार होती है। कोरोना वायरस के सबसे युवा सदस्य यानी वेरिएंट ओमीक्रोन है। इस ओमीक्रोन के कई वेरिएंट पैदा हो चुके हैं। जो कि चौथी लहर में आतंक मचाने के लिए कमर कस चुके हैं।
जिन देशों में कोरोना की चौथी लहर आ है, वहां ओमीक्रोन सबवेरिएंट BA.2 के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। यानी BA.2 को सीधे रूप से चौथी लहर का कारण माना जा रहा है। पिछले महीनों में BA.2 के अलावा कोरोना के कई वेरिएंट्स मिले हैं, जो काफी घातक हैं और तेजी से फैल रहे हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा कि यह वेरिएंट्स चौथी लहर का कारण बन सकते हैं।
ओमीक्रोन को ही BA.1 वेरिएंट कहा जाता है। यह वेरिएंट कोरोना वायरस की तीसरी लहर का मुख्य कारण रहा था। WHO ने इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न नहीं माना था क्योंकि इसके लक्षण हल्के थे। इसके सब वेरिएंट में BA.2, BA.3, BA.4, BA.5 भी शामिल हैं। फिलहाल BA.4 और BA.5 स्टडी जारी है। माना जा रहा है कि BA.1 और BA.3 से BA.4 बना है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने XE वेरिएंट की भी चेतावनी दी है। XE वेरिएंट ओमीक्रोन के सब-वेरिएंट BA.1 और BA.2 के मुकाबले 10 गुना ज्यादा तेजी से फैलता है। XE ओमीक्रोन के दोनों सब-वेरिएंट का हाइब्रिड है। शुरूआती रिसर्च के मुताबिक, जांच के दौरान XE वेरिएंट की पहचान करना काफी मुश्किल होता है। इसलिए इसे स्टील्थ वेरिएंट भी कहा जाता है। अब तक कोविड के तीन हाइब्रिड या रिकॉम्बिनेंट स्ट्रेन का पता चला है, जिसमें से पहला- XD, दूसरा- XF और तीसरा- XE है। इनमें से पहले और दूसरे वेरिएंट डेल्टा और ओमीक्रोन के कॉम्बिनेशन से पैदा हुए हैं, जबकि तीसरा ओमीक्रोन सबवेरिएंट का हाइब्रिड स्ट्रेन है।
साल 2019 के अंत में चीन में इस वायरस का फैलना शुरू हुआ। साल 2020 के शुरुआती तीन महीने में ही इस वायरस ने लगभग पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। यानी करीब 6 महीने के अंदर इस वायरस ने दुनिया को मुट्ठी में कर लिया।
भारत में भी कोरोना की चौथी लहर को लेकर चिंता बढ़ गई है। राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। केंद्र ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर कोरोना के प्रति बढ़ते खतरे को लेकर हाल ही में आगाह किया है। देश में दूसरी लहर में डेल्टा वेरिएंट और तीसरी लहर में ओमीक्रोन जानलेवा साबित हुआ था। कहा जा रहा है कि अब चौथी लहर में कोरोना वायरस का पूरा कुनवा हमला करने के लिए तैयार है। कोरोना वायरस को कोविड-19 नाम दिया गया है। कोरोना वायरस की फैमिली मेंबर में सार्स कोविड-2, डेल्टा, ओमीक्रोन इसके सदस्य है, यानी ये वेरिएंट है। ओमिक्रॉन की वजह से भारत में तीसरी लहर आई थी। ऐसे में इसके दो नए सब-वैरिएंट मिलने से कोरोना केसेज तेजी से बढ़ने की आशंका है।