कांग्रेस ने को-आपरेटिव बैंक भर्ती घोटाले पर किया सचिवालय का घेराव
भाजपा सरकार के जीरो टॉलिरेंस की कलई खोली : गणेश गोदियाल
- को-आपरेटिव बैंक भर्ती में हुए घोटाले पर कांग्रेस आरपार के मूड में
देहरादून। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज निवर्तमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व में सचिवालय के सामने को-आपरेटिव बैंक के चतुर्थ श्रेणी पदों की निुयक्ति में हुए घोटाले की जांच की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एवं नवनियुक्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इस अवसर पर निवर्तमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने उत्तराखण्ड की भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार मेंं आकंठ डूबे होने का आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तराखण्ड की भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है।
रोजगार के नाम पर युवाओं से उनके परिवार की खून-पसीने की कमाई डकारी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य को-आपरेटिव बैंक में चतुर्थ श्रेणी के पदों की भर्ती में हुए भारी भ्रष्टाचार ने सरकार की कलई खोल कर रख दी है।
उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी को-आपरेटिव बैंक में रिक्त पदों पर हुई भर्ती में भारी भ्रष्टाचार को अंजाम देने की नीयत से चयन परीक्षा उत्तराखण्ड के किसी स्थान पर कराने की बजाय नोयडा में आयोजित कर स्थानीय बेरोजगार नौजवानों के हक को मारा गया।
उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने स्वयं स्वीकार किया था कि सरकार में उगाही की खुली लूट मची हुई है जिस पर लगाम लगाने की जरूरत है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि पिछली सरकार में उच्च न्यायालय द्वारा अपने फैसले में भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते तत्कालीन मुख्यमंत्री के मामले में सीबीआई तथा पक्षकारों को अपना जवाब दाखिल करने के लिए दो दिन का वक्त दिया था।
मुख्यमंत्री पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से भाजपा सरकार के जीरो टॉलिरेंस की कलई खुल चुकी थी और यह सिद्ध हो चुका था कि भाजपा सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है तथा वरिष्ठ मंत्री द्वारा अपनी ही सरकार में हो रहे भ्रष्टाचार को खुले रूप में स्वीकारने की घटना से स्पष्ट होगया था कि भाजपा सरकार में हर स्तर पर भारी लूट हो रही है।
भ्रष्टाचार मुक्ति का दंभ भरने वाली सरकार की नाक के नीचे कुंभ मेले में कोरोना टेस्टिंग महाघोटाले का मामला जनता के सामने है जिसमें इस महामारी में आपदा में अवसर का लाभ लेते हुए आम जनता की गाडी कमाई से जमा टैक्स के करोड़ो रूपये की लूट हुई परन्तु भाजपा सरकार ने इस मामले की जांच को भी ठंडे बस्ते मे डाल दिया है।
नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलिरेंस का दावा करने वाली उत्तराखण्ड सरकार द्वारा हर स्तर पर भ्रष्टाचार को प्रश्रय दिया है। चाहे एनआरएचएम घोटाला हो, छात्रवृत्ति घोटाला हो, सिडकुल घोटाला या को-आपरेटिव बैंक में नियुक्तियों में हुए घोटाले। भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार और घोटालों की लम्बी फेहरिस्त है।
लोकायुक्त बिल को लटकाये रखना भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलिरेंस की कलई पहले ही खोल चुका हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बेरोजगार युवाओं के साथ हुए अन्याय को कभी बर्दास्त नहीं करेगी तथा इसको लेकर सडक से लेकर सदन तक जनता की लडाई लडेगी।