पालनपुर। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुजरात में बनासकांठा जिले के नडाबेटमें सीमा दर्शन के लिए नवनिर्मित पर्यटन सुविधाओं का आज लोकार्पण किया और नडाबेट बॉर्डर आउटपोस्ट सैनिक सम्मेलन को संबोधित किया और जवानों के साथ खाना व संवाद भी किया।
इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि नडाबेट में सीमा दर्शन कार्यक्रम पर 125 करोड़ रूपए का ख़र्च गुजरात सरकार ने किया है।
यहां बीएसएफ की वीरगाथाओं को देखकर छोटे-छोटे बच्चे हमारे बॉर्डर गार्डिंग फोर्स के प्रति सम्मान की भावना को संस्कार के रूप में आत्मसात करें, वे भी निश्चय करें कि देश की सुरक्षा के क्षेत्र में मुझे भी कुछ करना चाहिए, देश की सुरक्षा करने वाले प्रहरी के प्रति उसका सम्मान और संवेदना हमेशा के लिए जागृत हो जाएगी।
गुजरात सरकार अब ये भी आयोजन करने वाली है कि पांचवी से आठवीं कक्षा तक के हर छात्र के स्कूल के पर्यटन का सेंटर अब ये नडाबेट बनने जा रहा है। इससे बीएसएफ के त्याग, समर्पण, बलिदान और वीरता सबको अपने साथ लेकर वो सिविल सोसायटी में जाएगाऔर जब वह नागरिक बनेगा तब उसके जीवन के अंतिम साल तक यहसम्मान बना रहेगा।
गुजरात सरकार आसपास के क्षेत्र में रहने की सुविधा के लिए भी अच्छी प्लानिग करने जा रही है औरकम से कम 2 दिन बनासकांठा की सरहद पर गुजरात का हर नागरिक बिताए तभी वो सरहद की कठिनाइयों के साथ जुड़ेगा और सरहद को जानने का काम कर पाएगा।
अमित शाह ने कहा कि आज नडाबेट के इस सीमा दर्शन वाले पर्यटन स्थल पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की कल्पना को दो हाथ जोड़कर नमन करना चाहता हूं। प्रधानमंत्री मोदी जी की इस परिकल्पना को जब तक कोई यहां आकर स्वयं नहीं देख लेता तब तक इस बहुआयामी परिकल्पना को कोई समझ ही नहीं सकता।
यहां पर आकर जब हम नडाबेट की पूर्ण प्रदर्शन स्थली और यहां से बॉर्डर तकजाएंगे तब जाकर हमें मालूम पड़ेगा कि हमारे सीमा प्रहरी कितनी कठिन परिस्थिति में हमारी सुरक्षा का कामकरते हैं।यहां आने पर बच्चों के मन में देशभक्ति के साथ-साथ हमारे सशस्त्र बलों और हमारी सीमाओं की सुरक्षा के साथ जुड़ने का एक जज्बा पैदा होगा।
उन्होंने कहा कि जब लोग यहां आएंगे तो पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और सीमावर्ती गांवों से पलायन की जो एक बहुत बड़ीसमस्या है वह दूर होगी और रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे, देश के अंदर जो विकास हो रहा है उसके सीमा के अंतिम गांव तक पहुंचने की ये एक शुरुआत है।
शाह ने कहा,‘‘मैं आज बहुत अच्छे तरीके से परिकल्पित कर सकता हूं कि 10साल बाद नडाबेट का यह सेक्टर बनासकांठा जिले में कम से कम पाँच लाख लोगों के रोजगार का केंद्र बनेगा।