बागेश्वर । हर साल फायर सीजन में बागेश्वर के जंगलों में आग एक बड़ी चुनौती बन रही है। बागेश्वर के जंगलों में भीषण आग लग रही है। वातावरण में धुंध फैली हुई है और अधिकतर जंगल आग की चपेट में आये हुए हैं।
वहीं अब गर्मी की तेज लपटों के साथ ही बागेश्वर में जंगल की आग बुरी तरह फैल रही है, फिलहाल इसे देखने वाला कोई नहीं है। वन विभाग बागेश्वर के अनुसार अभी तक वनों में आग की 27 घटनाएं हुई हैं। जिसमें लगभग 45 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। चीड़ आदि के पेड़ को आग लगने से हानि हुई है। लगातार जंगल जलने के कारण सारे जंगल बदनुमा हो गये हैं।
जनपद के जंगलों में आग लगने का क्रम जारी है। बृहस्पतिवार की रात वन विभाग के क्रू स्टेशन जौलकांडे के समीप के जंगल आग की चपेट में आ गए। जिससे वन संपदा को नुकसान पहुंचा है। जनता का कहना है कि वन विभाग हर साल वनाग्नि रोकने के लिए बैठकें करता है, लेकिन जंगलों को जलने से रोका नहीं जा रहा है। आग के कारण हर वर्ष लाखों रुपये की वन संपदा को नुकसान हो रहा है।
ग्रामीणों का चारा पत्ती आग की भेंट चढ़ रहा है। हर साल हजारों वन्य जीव आग की भेंट चढ़ रहे हैं। वहीं अब वन विभाग के साथ ही पुलिस कर्मी भी आग बुझाने के लिए आगे आने लगे हैं। काफलीगैर के जंगल की आग रिहायशी इलाकों में आने लगी। वहां से गुजर रहे पुलिसकर्मियों ने आग बुझाई।
इससे आग आगे बढ़ने से रुक गई। वन विभाग ने सभी लोगों से आग पर काबू पाने के लिए सहयोग की अपील की है। मालूम हो कि पिछले दिन से जंगलों में आग की घटना बढ़ने लगी है। विगत दिनों बमराडी से लेकर सीमा तक के जंगल में आग लग गई थी। सूचना के बाद वन विभाग ने किसी तरह आग पर काबू पाया। काफलीगैर के जंगल में आग लग गई।
चीड़ की पत्तियां गिरे होने के कारण आग तेजी से सड़क तथा रिहायशी इलाकों की ओर बढ़ने लगी। उसी समय झिरौली थाना पुलिसकर्मी यहां से गुजर रहे थे। आग को बढ़ता देख उन्होंने आग बुझाना शुरू कर दिया। उनके साथ ग्रामीण भी आग बुझाने में जुट गए।
सभी ने मिलकर आग पर काबू पाया। इसी दौरान वन विभाग की टीम भी पहुंच गई। सभी ने ग्रामीणों ने आग बुझाने में सहयोग की अपील की है। प्रभागीय अधिकारी हिमांशु बागरी ने बताया कि जंगल की आग पर विभाग नजर बनाए हुए है। ग्रामीण भी आग बुझाने में सहयोग कर रहे हैं।