विधानसभा सत्र: चार माह के लिए 211168 करोड़ का लेखानुदान पेश
2022—23 का पूर्ण बजट प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी में होने वाले अगले विस के बजट सत्र में पेश होगा
देहरादन। विधानसभा सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आने वाले चार माह का काम चलाने के लिए 21116.81 करोड़ रुपये का लेखानुदान पेश कर दिया। प्रदेश का 2022-23 का पूर्ण बजट प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी में होने वाले अगले विस सत्र यानी बजट सत्र में पेश होगा।
बहरहाल मंगलवार को पेश अप्रैल से लेकर जुलाई तक के इस कामचलाऊ बजट में राजस्व व्यय के तहत 1607.63 करोड़ व पूंजीगत व्यय के तहत 5109.18 करोड़ रुपये का प्राविधान किया गया है।
केंद्र पोषित योजनाओं के तहत 3715 करोड़, सहायता प्राप्त परियोजनाओं के तहत 593 और नाबार्ड योजनाओं के तहत 270 करोड़ रुपये का प्राविधान किया गया है। वेतन-भत्तों के लिए 5796, पेंशन व अन्य सेवानिवृत्ति लाभों के तहत 2229, ब्याज भुगतान के लिए 2256, कर्ज अदायगी के लिए 1563 करोड़ स्थानीय निकायों के लिए 460 करोड़ का प्राविधान किया गया है।
वैसे 2022-023 के लिए बजट अनुमान 62468 करोड़ रुपये का है और पेश किया गया काम चलाऊ बजट उसका एक तिहाई हिस्सा है। बाद में मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि क्योंकि विधानसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता के कारण नए वित्तीय वर्ष के बजट पर काम नहीं हो पाता।
2021-22 का वित्तीय वर्ष खत्म होने में भी कुछ ही दिन शेष थे इसलिए सरकार का कामकाज चलाने के लिए लेखानुदान लाना जरूरी था। उन्होंने कहा कि विधानसभा से पूर्ण बजट पर विस्तृत चर्चा के बाद विधेयक पारित कराने और उसे अधिनियम बनाने में समय लग सकता है। जबकि 2022-23 के वित्तीय वर्ष के लिए राज्य की समेकित निधि से धनराशि निकालने की जरूरत है।
अभिभाषण पर चर्चा से पहले लेखानुदान पेश करने पर विवाद
राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा से पहले ही लेखानुदान पेश करने पर विधानसभा में विवाद हो गया। कांग्रेस विधायक यशपाल आर्य और प्रीतम सिंह ने कहा कि यह गलत है क्योंकि सदन में इसकी परंपरा व नियम नहीं है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या भी बताया। वहीं संसदीय कार्यमंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि क्योंकि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में यह तय हो गया था इसलिए इस पर सवाल उठाने का अर्थ नहीं बनता लेकिन कांग्रेस विधायकों ने कहा कि वे तो कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में शामिल ही नहीं हुए उनकी सहमति का सवाल ही कहां बनता है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने सदन की कार्यवाही बुधवार 1१1 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।