गणेश व धन सिंह का बढ़ा कद, सुबोध को किया पीछे

मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए रही जबरदस्त खींचतान

सुबह जिन विधायकों को बाहर रखने की थी चर्चा बाद में हुई शपथ

देहरादून। पुष्कर सिंह धामी की सरकार में जहां कई पुराने चेहरों को छोडक़र युवाओं को लाने की कोशिश की गयी है वहीं कुछ चौंकाने वाली बातें भी नयी कैबिनेट में हुई हैं। नयी कैबिनेट में पिछली कैबिनेट के सदस्यों का वरिष्ठता क्रम बदला गया है। बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए भाजपा के भीतर काफी खींचतान रही।
इस पहले की तरह मुख्यमंत्री के बाद नंबर दो पर फिर से सतपाल महाराज हैं। महाराज पिछली तीन कैबिनेट पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत, फिर तीरथ सिंह रावत और उसके बाद पुष्कर सिंह धामी की कैबिनेट में अपना यह स्थान बनाये हुए थे और इस बार उन्हें विधायकों में से मुख्यमंत्री का प्रबल दावेदार भी माना जा रहा था। धामी पार्ट-टू में भी महाराज नंबर दो की हैसियत वाले मंत्री बने हुए हैं।

पिछली त्रिवेंद्र सरकार में प्रकाश पंत नंबर तीन पर थे औअर उनके असामयिक निधन के बाद जब बाद में तीरथ सिंह रावत की सरकार बनी तो बिशन सिंह चुफाल को यह स्थान मिला। इस बार तीसरे नंबर पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल को व चौथे नंबर पर गणेश जोशी व पांचवें पर डा. धन सिंह रावत को जगह मिली है।

पिछली धामी सरकार में गणेश जोशी व डा. धन सिंह रावत से वरिष्ठ रहे सुबोध उनियाल को इस बार कैबिनेट में उनके पीछे जगह मिली है। उनियाल इस बार मंत्रिमंडल में छठा क्रम है। हालांकि वे त्रिवेंद्र सरकार में सातवें नंबर थे, लेकिन तब प्रकाश पंत, यशपाल आर्य, हरक सिंह रावत, मदन कौशिक व अरविंद पांडेय उनसे सीनियर हुआ करते थे।
पिछली बार 1१वें नंबर पर रही रेखा आर्य के लिए भी सुखद यह है कि मंत्रिमंडल में उनका वरिष्ठता क्रम अब सातवें स्थान पर है। कैबिनेट में नये शामिल किये गये चंदन राम दास आठवें और युवा विधायक सौरभ बहगुणा को नौंवा क्रम मिला है।

हालांकि यह क्रम उस स्थिति में है जबकि तीन वरिष्ठ मंत्रियों को फिलहाल ड्राप रखा गया है। ड्राप किये गये मंत्रियों में बिशन सिंह चुफाल, बंशीधर भगत व अरविंद पांडेय शामिल हैं। मंत्रियों का वरिष्ठता क्रम बदलने का यह भी अर्थ यह तो नहीं है कि उन्हें विभाग भी उसी हिसाब से मिलेंगे, लेकिन माना जा रहा है कि भाजपा मूल के जो विधायक मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं, उन्हें अपेक्षाकृत महत्वपूर्ण विभाग दिये जा सकते हैं।

बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल के गठन को लेकर भाजपा को काफी माथापच्ची करनी पड़ी। सुबह इस बात की चर्चा थी कि आज कैबिनेट में शामिल दो मंत्रियों का सूची में नहीं था। दो अन्य विधायकों के नाम सूची में बताये जा रहे थे। हालांकि बाद में यह खबर आयी कि आज मुख्यमंत्री सहित नौ मंत्री ही शपथ लेंगे। जो शपथ समारोह के बाद पुष्ट भी हो गयी।

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