धामी कैबिनेट में पांच पुराने मंत्रियों को जगह तो तीन पहली बार मंत्री बन
कैबिनेट में तीन-तीन ब्राह्मण-क्षत्रिय, एक वैश्य, दो एससी व एक महिला चेहरा
- हरिद्वार को छोड़ सभी लोकसभा क्षेत्रों को मिला कैबिनेट में प्रतिनिधित्व
- सीएम समेत रेखा आर्य व सौरभ बहुगुणा युवाओं का प्रतिनिधित्व कर रहे
देहरादून। पुष्कर धामी सरकार की आठ सदस्यीय कैबिनेट ने शपथ ले ली है। जब भी कोई नई कैबिनेट आकार लेती है तो उसमें देखा जाता है कि वह कितनी संतुलित है और समाज के किन वर्गों को उसमें प्रतिनिधित्व दिया गया है। इस तरह देखें तो हालांकि धामी कैबिनेट में अभी तीन जगहें खाली हैं पर इसमें युवा जोश, तुजुर्बे, जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों का संतुलन दिखता है। धामी कैबिनेट में पांच पुराने मंत्री हैं तो तीन पहली बार मंत्री बने हैं।
कैबिनेट में हालांकि पिछली कैबिनेट के मंत्रियों बंशीधर भगत, बिशन सिंह चुफाल और अरविंद पांडेय को छोड़ दिया गया है लेकिन कैबिनेट में सतपाल महाराज, गणेश जोशी, डॉ. धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल और रेखा आर्य जैसे तजुर्बेकार मंत्रियों को फिर से जगह मिली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद युवा हैं तो उन्होंने युवा जोश को जगह भी दी है।
उनकी कैबिनेट में उनके अलावा रेखा आर्य और सौरभ बहुगुणा ने जगह हासिल की है।
जातिगत समीकरणों को देखें तो कैबिनेट में सीएम और दो क्षत्रिय चेहरों सतपाल महाराज और डॉ. धन सिंह रावत यानी तीन क्षत्रियों को जगह मिली है।
इसी तरह कैबिनेट में गणेश जोशी , सुबोध उनियाल और सौरभ बहुगुणा तीन ब्राह्मण चेहरे हैं। इस बार प्रदेश में संभवत: प्रेम चंद अग्रवाल के रूप में पहली बार एक वैश्य को कैबिनेट में स्थान मिला है। कैबिनेट में रेखा आर्य और चंदनराम दास अनुसूचित जाति का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं तो रेखा आर्य कैबिनेट का महिला चेहरा भी हैं।
अब बात करें गढ़वाल -कुमाऊं और मैदान यानी क्षेत्रीय समीकरणों की तो इस दृष्टि से भी हर क्षेत्र का कैबिनेट में प्रतिनिधित्व है। दरअसल भाजपा में कैबिनेट गठित करते हुए लोकसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व देखा जाता है। इस लिहाज से देखें तो सभी लोस क्षेत्रों की कैबिनेट में हिस्सेदारी है। गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र से दो मंत्री यानी सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत हैं। टिहरी लोस क्षेत्र से भी दो मंत्री गणेश जोशी और सुबोध उनियाल हैं। हरिद्वार लोस क्षेत्र से केवल एक मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल हैं। अल्मोड़ा लोस क्षेत्र से दो मंत्री रेखा आर्य व चंदन राम दास हैं।
नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट से अगर सीएम धामी को भी मान लें तो सौरभ बहुगुणा को मिलाकर वहां से भी दो को प्रतिनिधित्व मिला है।
खाली तीन कुर्सियों को लेकर कयास
कैबिनेट की खाली तीन कुर्सियों को लेकर अब कयास शुरू हो गए हैं। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर तीन पद खाली क्यों छोड़े गए। माना जा रहा है कि भविष्य असंतोष को थामने के लिए ये सीटें छोड़ी गई हैं। कैबिनेट में हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में आने वाले किसी विधायक को कैबिनेट में जगह दी जा सकती है। ऊधमसिंह नगर से किसी और को भी कैबिनेट में जगह मिल सकती पर यह सीएम धामी किस विस सीट से उपचुनाव लड़ते हैं उस पर निर्भर करेगा। इसी तरह हरिद्वार से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को जगह मिलती है या नहीं यह भविष्य बताएगा।