धामी कैबिनेट में सभी करोड़पति, सतपाल महाराज सबसे हेवीवैट

दूसरी बार प्रदेश के सीएम बने धामी ने अपनी कैबिनेट में हर स्तर पर रखा संतुलन

देहरादून । पुष्कर सिंह धामी ने दूसरी बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत समेत तमाम केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों व विधायकों के अलावा विभिन्न भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों व भारी जनसमूह की मौजूदगी में देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित भव्य समारोह में सीएम धामी के साथ उनके मंत्रीमंडल के आठ सदस्यों ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।

शपथ लेने के बाद सीएम समेत सभी मंत्रियों ने वरिष्ठ नेताओं का आर्शीवाद लिया।बता दें कि धामी मंत्रीमंडल में तीन और मंत्रियों को जगह मिलनी है। पर इससे पहले मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रीमंडल में जिन आठ चेहरों को शामिल किया है उनमें जातीय, क्षेत्रीय, उम्र, शिक्षा, अनुभव आदि का पूरा संतुलन रखा गया है। एक महिला को भी मंत्रीमंडल में शामिल कर मातृशक्ति को तव्वजो दी गई है।

मंत्रीमंडल में सीएम धामी समेत कुमाऊं मंडल से चार और गढ़वाल मंडल से पांच चेहरों को जगह मिली है। इनमें भी तीन राजपूत, तीन ब्राह्ण, दो दलित व एक वैश्य समाज से हैं।

मुख्यमंत्री समेत मंत्रियों की औसत संपत्ति 16 करोड़,महाराज व रेखा आर्य सबसे ज्यादा अमीर, चंदनराम दास के पास सबसे कम संपत्ति

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत कैबिनेट में शामिल सभी मंत्री करोड़पति हैं। सीएम व मंत्रियों की चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफाम्र्स द्वारा निर्वाचन आयोग की मदद से संकलित किया गया है। विस चुनाव के दौरान बतौर प्रत्याशी सभी ने रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष दाखिल हलफनामा में अपनी कुल संपत्ति का ब्यौरा दिया था। खटीमा विस सीट से चुनाव हारने के बाद दोबारा राज्य के मुख्यमंत्री बने धामी के पास तीन करोड़ 34 लाख 50 हजार 708 रुपए की चल-अचल संपत्ति है।
जबकि चौबटाखाल सीट से चुनाव जीतकर दोबारा धामी मंत्रीमंडल में जगह बनाने वाले सतपाल महाराज सबसे अधिक अमीर हैं। उनके पास 87 करोड़ 34 लाख 13 हजार 310 रुपए की चल-अचल संपत्ति है। सोमेश्वर विस सीट से चुनाव जीतकर दोबारा मंत्री बनी रेखा आर्य भी 25 करोड़ 20 लाख 18 हजार रुपए चल-अचल संपत्ति की मालकिन हैं।

चौथी बार विधायक बने और एक बार फिर कैबिनेट में जगह पाने में सफल रहे गणेश जोशी के पास भी नौ करोड़ 74 लाख 33 हजार 93 मूल्य की चल-अचल संपत्ति है। पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे और सितारगंज से दूसरी बार विधायक बने सौरभ बहुगुणा भी सात करोड़ 85 लाख 95 हजार 219 की संपत्ति के मालिक हैं।
निवर्तमान भाजपा सरकार में विधानसभा अध्यक्ष और इस बार कैबिनेट मंत्री बने प्रेमचंद अग्रवाल के पास पांच करोड़ तीन लाख 88 हजार 527 रुपए की चल-अचल संपत्ति है। नरेन्द्रनगर सीट से दो बार जीतकर विधायक बने और पूर्व कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल की चल-अचल संपत्ति का मूल्य एक करोड़ 61 लाख 96 हजार 232 रुपए है। पहली बार मंत्री बनाए गए चंदनराम दास धामी मंत्रीमंडल के ऐसे सदस्य हैं जिनके पास सबसे कम यानी एक करोड़ 24 लाख 70 हजार रुपए की चल-अचल संपत्ति है। कुल मिलाकर धामी सरकार में शामिल हुए मंत्रियों की औसत संपत्ति 16 करोड़ रुपए है।

धामी कैबिनेट की औसत आयु 56 साल

आयु के आधार पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार में शामिल हुए मंत्रियों का विश्लेषण किया जाए तो इनकी औसत आयु 56 साल है। सीएम धामी समेत तीन मंत्री 50 साल से कम के हैं। कैबिनेट में शामिल अकेली महिला मंत्री रेखा आर्य व पहली बार मंत्री बने सौरभ बहुगुणा की उम्र 43 साल है। जबकि सीएम धामी 46 साल के हैं। डा. धन सिंह रावत की उम्र 52 साल है। बाकी पांच मंत्री 60 साल से अधिक उम्र के हैं। सतपाल महाराज कैबिनेट के सबसे बुजुर्ग मंत्री हैं उनकी उम्र 7 साल है।

किसी के पास पीएचडी डिग्री तो कोई 10वीं पास

सीएम धामी ने अपने मंत्रीमंडल में शिक्षा का भी संतुलन रखा है। आठ मंत्रियों में कोई पीएचडी है तो कोई सिर्फ 10वीं पास। सीएम धामी स्नातकोत्तर हैं। तीन अन्य मंत्री भी स्नातकोत्तर हैं। जबकि कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत के पास पीएचडी की डिग्री है। कैबिनेट में पहली बार शामिल हुए सौरभ बहुगुणा एलएलबी हैं। इसके अलावा दोबारा कैबिनेट मंत्री बने सतपाल महाराज 12वीं पास तो गणेश जोशी सबसे कम पढ़े-लिखे यानी 10वीं पास हैं।

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