दुनिया में यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि आगे कब क्या होगा: प्रधानमंत्री
भारत को आत्मनिर्भर बनने की जरूरत
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामीनारायण गुरुकुल विश्वविद्या प्रतिष्ठानम (एसजीवीपी) के गुरुदेव शास्त्रीजी महाराज के जीवन पर आधारित एक किताब ‘श्री धर्मजीवन गाथा’ के छह खंडों के विमोचन पर डिजिटल तरीके से एक कार्यक्रम को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ का उनका नारा शास्त्रीजी महाराज के ‘सर्वजन हिताय’ के आह्वान से प्रेरित है और महाराज के शिष्य माधवप्रियदासजी स्वामी द्वारा लिखी गई किताब उनके जीवन और शिक्षाओं के माध्यम से पाठकों के लिए प्रेरणा के रूप में काम करेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज दुनिया की स्थिति को देखते हुए हर कोई नयी चुनौतियों का सामना कर रहा है। हमने कोरोना वायरस का सामना किया और अब यूक्रेन-रूस युद्ध देख रहे हैं। आज की दुनिया में यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि आगे कब क्या होगा और यह हमें कैसे प्रभावित करेगा।’’
मोदी ने कहा कि दुनिया इतनी छोटी हो गई है कि कोई देश (घटनाओं से) प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता। उन्होंने ‘आत्मनिर्भर भारत’ के महत्व पर प्रकाश डाला और एसजीवीपी से जुड़े लोगों से इसे बढ़ावा देने के लिए कहा। प्रधानमंत्री ने उनसे स्थानीय उत्पादों के लिए मुखर होने का आग्रह किया और कहा कि इससे रोजगार पैदा होगा और देश मजबूत होगा। मोदी ने एसजीवीपी सदस्यों से स्वच्छ भारत आंदोलन में योगदान देने और धरती माता की सेवा के लिए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का भी आग्रह किया। कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, राज्य के पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा और केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला के साथ दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल भी मौजूद थे।