सिलीगुड़ी। अखिल भारतीय तेरापन्थ महिला मंडल ने किया जैन जीवन शैली के तहत आहार नामक कार्यक्रम का आयोजन। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार तेरापंथ महिला मंडल, सिलीगुड़ी के तत्वावधान में रूपांतरण शिल्पशाला “आहार” का आयोजन किया गया।
पूर्वाध्यक्ष और परामर्शक श्रीमती बिमला भंसाली ने नमस्कार महामंत्र से इस कार्यक्रम की शुरूआत की। अध्यक्ष श्रीमती मनीषा सुराणा ने सभी बहनों का स्वागत किया। उसके बाद शासनमाता साध्वी प्रमुखा श्री जी के उत्तम स्वास्थ्य के लिए “आरोग्ग बोहि लाभं…..” का सामूहिक जप किया गया।
रुपान्तर शिल्पशाला की मुख्य वक्ता थी अध्यक्षा श्रीमती मनीषा सुराणा जिन्होंने आहार के बारे में बहुत ही सुंदर और सरल ढंग से सयझाया कि किस तरह जैन जीवन शैली को अपने व्यवहार में अपना कर हम शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य व आध्यात्मिक स्वास्थ्य प्राप्त कर सकते है ।
रात्रि भोजन परिहार,रस परित्याग, नवकारसी, जमीकंद त्याग , निश्चित तिथि व चातुर्मास काल में भोजन व हरियाली का त्याग व अल्पीकरण, सचित्त जल सेवन का त्याग आदि को scientifically prove किया और बताया कि जैन जीवन शैली पूरी तरह विज्ञान पर आधारित है।
इसे अपनाकर हम आरोग्य,बोधि और समाधि तीनों मंजिल को पा सकते हैं जैनागम में वर्णित द्रव्य शुद्धि , स्थान शुद्धि,काल शुद्धि,और मन शुद्धि की जानकारी भी बहनों को दी गई।
इस कार्यक्रम मे बहनो की अच्छी उपस्थिति रही। मंत्री श्रीमती सुधा मालू ने कार्यक्रम का कुशल संचालन तथा कोषाध्यक्ष श्रीमती मंजू बैद ने धन्यवाद ज्ञापित किया।