गोपेश्वर।चमोली जिले की दो बेटियां भी यूक्रेन में फंस गई हैं। परिजन सरकार से बेटियों की सुरक्षित वापसी की गुहार लगा रहे हैं। चमोली जिले के दशोली ब्लाक के मजोठी गांव के हरि सिंह फस्र्वाण की बेटी योगिता तथा गैरसैंण के प्रदीप सिंह नेगी की बेटी कनुप्रिया यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं।
चमोली पुलिस प्रशासन को अभी तक इन दोनों छात्राओं के यूक्रेन में पढ़ाई करने की सूचना मिली है। रूस तथा यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के हालात के बाद दोनों बेटियों के परिजन चिंता में पड़ गए हैं। योगिता के पिता हीर सिंह फस्र्वाण ने बताया कि उनकी बेटी यूक्रेन से एमडी की पढ़ाई कर रही हैं। बेटी का यह चौथा साल है।
योगिता यूक्रेन के कीव शहर के तरस कॉलेज में मेडिकल कोर्स कर रही हैं। उन्होने सरकार से बेटी को सुरक्षित वतन लौटाने की गुहार लगाई है। योगिता के ताऊ आनंद सिंह का कहना है कि योगिता से उनकी फोन पर बात हुई तो वह खुद को सुरक्षित स्थान पर रहने की बात कर रही है।
गैरसैंण ब्लाक की कनुप्रिया भी मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन में है। वह यूक्रेन के टोनोपिल शहर में एमबीबीएस सेकेंड एयर की छात्रा है। कनुप्रिया के पिता सेना में दिल्ली में है जबकि दादा-दादी गैरसैंण में ही हैं। परिजनों ने सरकार से बेटी को स्वदेश सुरक्षित लौटाने की अपील की है।
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि जिला प्रशासन के पास अभी तक यूक्रेन में दो बच्चों की सूचना मिली है। दोनों बेटियां मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए वहां गई हैं। बताया कि दोनों बेटियों के यूक्रेन में रहने की सूचना राज्य सरकार तथा भारत सरकार को भेज दी गई है। पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने बताया कि यूक्रेन में दशोली तथा गैरसैंण ब्लाक की दो छात्राओं के मेडिकल पढ़ाई करने की सूचना है।
उन्होने आम लोगों से अपील की कि जिस किसी की भी बेटी अथवा बेटा यूक्रेन में नौकरी अथवा पढ़ाई करने के लिए गया है तो वे 112 नंबर पर तत्काल डॉयल करें। इसके अलावा वाट्सअप नंबर 9458322120 पर डिटेल पुलिस को भेजें ताकि पुलिस उच्चाधिकारियों से उनकी जानकारी सही तरीके से भेज सके।
बताते चलें कि देश के अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड के भी तमाम छात्र यूक्रेन में पढ़ाई को गए हैं। मौजूदा युद्ध के चलते छात्र-छात्राओं के यूक्रेन में भी फंसे रहने के कारण परिजनों की चिंता बढ़ती जा रही है।