हरिद्वार। दो वर्ष तक प्रतिबंधित के बाद कांवड़ मेले शुरू हो गया। कांवड़ मेले में आने वाले शिव भक्त कावड़िया भी काफी प्रसन्न है और व्यापारियों को भी राहत मिली है। लाखों की संख्या में कावड़िया हरिद्वार से गंगाजल भरकर रवाना हो रहे हैं।
कोरोना के कारण दो साल तक कावड़ यात्रा पर था प्रतिबंध
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण पिछले दो साल से सरकार को कावड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगाना पड़ा था जिससे यहां के व्यापारियों को काफी नुकसान भी झेलना पड़ा था व्यापारियों ने सरकार से मांग की थी कि वह मेलों पर प्रतिबंध हटाए और व्यापारियों को राहत दें।
हरिद्वार नगर के क्षेत्राधिकारी शेखर सुयाल ने बताया कि इस बार कांवड़ मेले पर किसी प्रकार का कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन कोरोना महामारी की गाइड लाइन का पालन करने के निर्देश सभी यात्रियों को दिए गए हैं जिसमें मास्क पहनना अनिवार्य है साथ ही सामाजिक दूरी का भी ध्यान रखने के लिए कहा गया है।
सुयाल ने बताया कि कांवड़ मेले को दृष्टिगत रखते हुए यातायात एवं भीड़ नियंत्रण के लिए सभी उपाय किए गए हैं सुरक्षा की दृष्टि से हरिद्वार हर की पौड़ी सहित आसपास के क्षेत्रों में पर्याप्त पुलिस बल भी तैनात किया गया है तथा पूरे मेला क्षेत्र की सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी की जा रही है मेले में आने वाले यात्रियों और वाहनों के लिए पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था भी की गई है।
व्यापारी नेता संजीव नैयर का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण हरिद्वार के प्रतिवर्ष लगने वाले कई बड़े मेलों पर लगातार प्रतिबंध लगने से यात्री काफी परेशान था परंतु सरकार ने इस बार यात्रियों की परेशानी को देखते हुए कावड़ यात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है जिससे बाजारों में काफी रौनक है और यात्री काफी खुश है उन्होंने इसके लिए सरकार का आभार व्यक्त किया है ।