विस चुनाव: कालाढूंगी में फिर भाजपा को चमत्कार की आश

हल्द्वानी। विस चुनाव 2017  में प्रचंड मोदी लहर के रथ पर सवार भाजपा को कालाढूंगी विस से बहुत बड़ी जीत मिल गई थीं। इस बार कालाढूंगी में स्थितियां पूरी तरह से बदली नजर आ रही है। पिछले दो चुनावों में भाजपा महारथी बंशीधर भगत बागी कांग्रेस, भाजपा प्रत्याशियों के साथ चतुष्कोणीय संघर्ष मुकाबले में शानदार जीत की ओर बढ़ते रहे हैं।

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इस बार कालाढूंगी में न भाजपा का बागी है और न ही कांग्रेस का कोई बागी। सो कांग्रेस प्रत्याशी महेश शर्मा और भाजपा प्रत्याशी बंशीधर भगत में आमने सामने की जंग शुरू चल रही है। अब बुर्जुग एवं भाग्यवादी बंशीधर भगत को इस बार भी किसी चमत्कार की उम्मीद है।

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राज्य गठन के बाद कालाढूंगी विस 2१२ में वजूद में आयी। इसके पहले विस चुनाव में कांग्रेस की ओर से टीम राहुल के करीबी प्रकाश जोशी को मैदान में उतारा था। तब जोशी को 20 हजार 374 वोट मिले जबकि भाजपा प्रत्याशी बंशीधर भगत ने नजदीकी मुकाबले में 22 हजार 744 वोट हासिल किए थे।

तब कांग्रेस बागी महेश शर्मा को 11 हजार 809 तो भाजपा बागी भूपेंद्र सिंह भाई जी को 8 हजार 925 वोट मिले थे। बसपा प्रत्याशी दीवान सिंह बिष्ट को 9 हजार 636 वोट मिले थे। एक तरह से कालाढूंगी में बहुकोणीय मुकाबला हो गया था।

इस मुकाबले में जीतने के बाद भाजपा प्रत्याशी ने यह जीत अपने भाग्य को समर्पित की। तब से कालाढूंगी में एक कहावत ने जन्म लिया और यह कहावत भाजपा प्रत्याशी बंशीधर भगत को भाग्यवादी के तौर पर चर्चित हो गई।

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ठीक पांच साल बाद 217 में कांग्रेस ने फिर प्रकाश जोशी को प्रत्याशी बनाया और महेश शर्मा फिर कांग्रेस बागी के तौर पर मैदान में आ गए थे। इस बार पूरे राज्य में मोदी की प्रचंड लहर चल रही थी तो राज्य सरकार की सत्ता विरोधी रुझान के कारण भाजपा प्रत्याशी बंशीधर भगत को 45 हजार 704 वोट मिले और इनके निकटतम प्रतिद्धंदी कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी को 25 हजार 107 वोट मिले थे।

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इसके अलावा महेश चंद्र शर्मा 20 हजार 2214,हरेंद्र सिंह दम्र्वाल 4 हजार 294 एवं बसपा प्रत्याशी वरुण प्रताप सिंह भाकुनी को 20 हजार 384 वोट मिले थे। इन आकड़ों से यह साफ हो गया था कि इस चुनाव में कांग्रेस एवं कांग्रेस बागी का वोट तो पिछले चुनाव की तरह से ही मिला।

लेकिन भाजपा बागी और बसपा का वोट बैंक पूरी तरह के भाजपा में शिफ्ट हो गया। तब भाजपा प्रत्याशी बंशीधर भगत ने 20 हजार 597 वोटों से शानदार जीत हासिल की थी।

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इस बार भाजपा ने अपने बागी प्रत्याशी गजराज सिंह बिष्ट को बैठा दिया है और कांग्रेस ने प्रकाश जोशी के बजाय पिछले दो चुनावों में कांग्रेस के हार के सूत्रधार महेश चंद्र शर्मा को टिकट दिया है। पहले कांग्रेस यहां से डा. महेंद्र पाल सिंह को चुनाव मैदान में उतार चुकी थीं,अचानक डा. महेंद्र पाल सिंह को रामनगर भेज दिया।

इससे कालाढूंगी में भाजपा और कांग्रेस के बीच आमने सामने की लड़ाई शुरू हो गई है। भाजपा के लोग कह रहे हैं कि बंशीधर भगत बहुत ही भाग्यशाली हैं, वे इस बार भी किसी चमत्कार की तरह से जीत हासिल करेंगे।

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कांग्रेस के लोगों को दावा है कि इस बार आमने सामने की लड़ाई में महेश शर्मा की जीत तय है। इसके विपरीत कालाढूंगी विस के लोग अभी भी रहस्य पर पर्दा डाले हैं।

कालाढूंगी विस का एक इलाका नैनीताल, रामनगर तो दूसरा छोर हल्द्वानी और लालकुआं किस से मिलता है। यहां पहाड़ से पलायन कर आए पूर्व सैनिकों की भारी संख्या है। यही भाजपा को चमत्कार की उम्मीद है।

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