कुमाऊं में फिर बिगड़ा मौसम का मिजाज, पहाड़ों में बर्फबारी
दो दिन की हल्की धूप के बाद कुमाऊं भर में मौसम का मिजाज बदल गया
- तराई में दिन भर वारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त, चुनाव प्रचार भी ठहरा
हल्द्वानी। दो दिन की हल्की धूप के बाद कुमाऊं भर में फिर से मौसम ने मिजाज बदल गया है। बागेश्वर, अल्मोड़ा, नैनीताल, चम्पावत समेत तमाम जनपदों के ऊंचाई वाले इलाकों में फिर से बर्फबारी शुरू हो गई है।
नैनीताल और धानाचूली में भी हल्की वर्फबारी से जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। तराई एवं भाबर में दिन भर वारिश से कड़ाके की सर्दी पड़ रही है।
मौसम वैज्ञानिकों ने आने वाले दो दिनों में कई इलाकों में भारी बर्फबारी की संभवना व्यक्त की है। मौसम में ताजा बदलाव के बाद फिर से चुनाव प्रचार की रफ्तार पर ब्रेक लगने लगा है।
मौसम ने एक फिर करवट बदली
जिले में मौसम ने एक फिर करवट बदल ली है। बुधवार सुबह से ही आसमान घने बादलों से पट गया है। दोपहर बाद शुरू हुईं बूदाबांदी से फिर एकाएक ठंड में भी इजाफा हो गया है। लोग घरों के अंदर ही दुबकने को मजबूर है। तापमान में भी गिरावट देखने को मिली।
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दरअसल फरवरी माह के पहले पखवाडे़ में हर रोज मौसम का मिजाज बदल रहा है। तीन चार दिन धूप खिलने के बाद बुधवार को फिर मौसम ने करवट बदल ली। सुबह से ही आसमान घने बादलों से पट गया। जबकि जिला मुख्यालय समेत घाटी क्षेत्र को देर तक कोहरे ने अपने आगोश में लिए रखा। जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
बरसात के बाद फिर बढ़ी ठंड
बागेश्वर में बुधवार की सुबह से हो रही बरसात के बाद जनपद में एक बार फिर ठंड बढ़ गई है। बरसात के चलते बाजार भी सूनसान रही। जनपद के विभिन्न स्थानों में मंगलवार की रात से ही बादल छाने लगे सुबह यह बादल घने हो गए।
कुछ देर बाद ही विभिन्न स्थानों में बरसात प्रारंभ हो गई। बरसात होने से कई स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया। बरसात से तापमान में भी कमी आई है।
कड़ाके की ठंड से जनजीवन बेहाल
पिथौरागढ में मौसम ने फिर पलटी मारी और बारिश व बर्फबारी के बीच कड़ाके की ठंड से जनजीवन बेहाल रहा। बुधवार सुबह से आसमान बादलों से ढक गया और शीतलहर चलने लगी। दोपहर 12 बजे तक यही स्थिति बनी रही। जिसके बाद जिले के विभिन्न हिस्सों में हल्की बारिश शुरू हो गई जो कमोबेश शाम तक बनी रही।
वहीं पर्यटन नगरी मुनस्यारी में सहित उच्च हिमालयी क्षेत्रों में अपराह्न करीब एक बजे से हिमपात शुरू हो गया। पिछले दिनों हुई भारी बर्फबारी से ढके ऊं चाई वाले क्षेत्रों में फिर से हिमपात होने से दुश्वारियां बढ़ गई हैं। बर्फबारी से थल-मुनस्यारी मार्ग भी कालामुनि के आसपास बाधित होने की सूचना है।
कुछ रोज धूप खिलने के बाद मौसम में आए इस बदलाव से जिला फिर से कड़ाके की ठंड की चपेट में है। ठंड से आम जनजीवन प्रभावित होने के साथ ही चरम पर चल रहे तमाम प्रत्याशियों के विस चुनाव प्रचार को भी इसने बाधित कर दिया है।
शीतलहर ने धानाचूली को लिया अपनी चपेट में
धानाचूली में एक बार फिर से क्षेत्र को शीतलहर ने अपनी चपेट में ले लिया है। यहां हल्की बारिश के साथ ही हिमकणों के गिरने से ठंडक में काफी इजाफा हो गया। जिससे लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। बुधवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए जो जो दिन चढ़ने के साथ ही हल्की बारिश के साथ हिमकणों के गिरने में बदल गया। एक सप्ताह पूर्व भारी बर्फबारी हुई थी।
अभी भी धानाचूली, मनाघेर, खुटियाखाल, मुक्तेश्वर, खबराड़ा आदि क्षेत्रों में एक से डेढ़ी रास्ते में कीचड़ के चलते चलना दूभर हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अब बर्फबारी हुई तो आलू की बुवाई और अन्य फसलों के लिए उनको काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। क्योंकि इस बर्फबारी से से आलू बुबाई में देर हो चुकी है।