नयी दिल्ली । सरकार ने कहा कि कोरोना महामारी को रोकने में कोविड टीकाकरण प्रभावी हथियार साबित हुआ है और इससे संक्रमण दर और मृत्यु दर में कमी आयी है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव लव अग्रवाल, नीति आयोग में स्वास्थ्य सदस्य डॉ. वी के पाल और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महानिदेशक बलराम भार्गव ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि देश में कोविड संक्रमण की दर और फैलाव में कमी आ रही है। देश के 34 राज्यों में कोविड संक्रमण की दर गिर रही है। केरल और मिजोरम में हालांकि कोविड संक्रमण की दर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। आठ राज्यों केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, गुजरात, राजस्थान और मध्यप्रदेश कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या 50-50 हजार से अधिक बनी हुई हैं। देश में 297 जिलों में कोविड संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि देश में 96 प्रतिशत पात्र आबादी को कोविड टीके की पहली खुराक और 76 प्रतिशत को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। इसके अलावा 1.35 करोड़ पात्र व्यक्तियों को कोविड टीके की तीसरी खुराक दी गयी है। किशोर वर्ग में 65 प्रतिशत को पहली खुराक दी जा चुकी है। आंकड़ों के अनुसार 4.78 करोड़ को पहला और 21.63 लाख को दूसरा टीका लगाया जा चुका है।
देश में 16 राज्यों में शत प्रतिशत पात्र आबादी को कोविड का पहला टीका लगाया जा चुका है और छह राज्यों में दोनों टीके दिये जा चुके हैं। डॉ. पाल ने विभिन्न अध्ययनों के हवाले से कहा कि कोरोना महामारी की मौजूदा लहर के दौरान संक्रमण के विरुद्ध कोविड टीकाकरण प्रभावी हथियार साबित हुआ है। इसके कारण न केवल संक्रमण से निपटने में मदद मिली है बल्कि कोविड मृत्यु दर में भी कमी आयी है।
उन्होंने कहा कि टीका लगाये हुए लोगों की कोविड संक्रमण से मृत्यु दर 10 प्रतिशत रही है जबकि बिना टीका लिये लोगों की कोविड संक्रमण दर 22 प्रतिशत रही है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन से संक्रमित व्यक्ति स्वस्थ होने के बाद अपनी शल्यक्रिया करा सकते हैं। पिछली बार इसकी अनुमति नहीं दी गयी थी।
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