नयी दिल्ली। चुनाव आयोग ने गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश विधानसभाओं चुनाव के लिए 15 विशेष पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने इन विशेष पर्यवेक्षकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की।
चंद्रा ने बैठक में कहा कि विशेष पर्यवेक्षकों की नियुक्ति के पीछे भावना है कि निष्पक्ष, प्रलोभन मुक्त, शांतिपूर्ण और कोविड सुरक्षित चुनाव सुनिश्चित किया जा सके।
इन विशेष पर्यवेक्षकों से चुनाव की तैयारियों के निष्पक्ष मूल्यांकन और चुनावी मशीनरी में मार्गदर्शन में सहायता मिलेगी ।
उन्होंने कहा कि विशेष पर्यवेक्षकों को पूरी चुनाव प्रक्रिया के दौरान सतर्क रहने और आयोग के संपर्क में रहने की जरूरत है और ताकि आवश्यक सुधारात्मक उपायों को आयोग के ध्यान में लाया जा सके।
विशेष पर्यवेक्षकों को सभी संवेदनशील क्षेत्रों पर ध्यान देना चाहिए और पर्याप्त विश्वास निर्माण उपाय करने चाहिए।
उन्होंने कहा , चुनाव आयोग प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदाताओं को परेशानी मुक्त अनुभव प्रदान करना चाहता है। विशेष रूप सक्षम व्यक्तियों के लिए मतदाता केंद्रों पर सुविधाएं प्रदान की गई हैं।
अस्सी से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा प्रदान की गयी है। मतदान केंद्रों को कोविड प्रोटोकॉल के अनुरूप और मतदाता के अनुकूल बनाया गया है।
उल्लेखनीय है कि चुनाव प्रक्रिया संपन्न करने का अनुभव रखने वाले 15 पूर्व सेवानिवृत्त नौकरशाहों को चुनाव आयोग ने वर्तमान चुनाव वाले राज्यों के लिए विशेष पर्यवेक्षकों के रूप में नियुक्त किया है।
यह विशेष पर्यवेक्षक अपने नियत राज्यों में चुनावी मशीनरी द्वारा किए जा रहे कार्यों की निगरानी करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि खुफिया सूचनाओं और शिकायतों के आधार पर सख्त एवं प्रभावी प्रवर्तन कार्रवाई की जाए।