ईटानगर। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने अरुणाचल प्रदेश के एक किशोर मिराम टैरोन को लापता होने के नौ दिन बाद भारतीय सेना को सौंप दिया है। केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि चीन ने उचित प्रक्रियाओं का पालन करते हुए किशोर को भारत को सौंप दिया है।
इस प्रक्रिया के तहत 17 वर्षीय मिराम की मेडिकल जांच भी शामिल थी। अरुणाचल के अपर सियांग जिले के जिदो गांव का किशोर मिराम 18 जनवरी को चीन की सीमा से लगे लुंगटा जोर इलाके से उस समय लापता हो गया था, जब वह अपने एक दोस्त के साथ शिकार पर गया था।
अरुणाचल पश्चिम के सांसद रिजिजू ने कहा कि मिराम को दिन के दौरान पीएलए ने अरुणाचल में वाचा-दमई संपर्क स्थल पर भारतीय सेना को सौंप दिया। रिजिजू ने ट्वीट कर लिखा,‘‘अरुणाचल प्रदेश के मिराम को वाचा-दमई संपर्क स्थल पर चीन की पीएलए ने भारतीय सेना को सौंप दिया। मैं मामले को पीएलए के साथ सावधानीपूर्वक आगे बढ़ाने और लड़के को सुरक्षित वापस घर लाने के लिए भारतीय सेना का धन्यवाद देता हूं।
इससे पहले बुधवार को मंत्री ने कहा था कि पीएलए ने पुष्टि की कि युवक को भारतीय पक्ष में वापस कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने पीएलए के साथ हॉटलाइन पर इस मुद्दे पर चर्चा की। गत 20 जनवरी को, चीन ने सूचित किया कि उसने किशोर को ढूंढ लिया है और पहचान स्थापित करने के लिए और विवरण मांगा है।
भारतीय जनता पार्टी के अरुणाचल ईस्ट के सांसद तपीर गाओ ने 19 जनवरी को कहा था कि पीएलए ने अपर सियांग के लुंगटा जोर इलाके से मिराम का अपहरण किया था। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 के सितंबर माह में पीएलए ने कथित तौर पर चीनी क्षेत्र में भटक गए अरुणाचल के ऊपरी सुबनसिरी जिले से पांच युवकों को पकड़ लिया था और लगभग एक सप्ताह के बाद उन्हें रिहा कर दिया था।