हार के डर से कृषि कानूनों को वापस लिया गया: आर्य

नैनीताल। कांग्रेस नेता यशपाल आर्य ने किसान व कृषि कानूनों के नाम पर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि मोदी सरकार तानाशाही है और उसने पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में हार के डर से काले कृषि कानूनों को वापस लिया है।

भाजपा से कुछ महीने पहले कांग्रेस में शामिल हुए उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य लंबे समय बाद पत्रकारों के सामने आये और केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है।

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने 2022 तक किसानों की आय दुगनी करने का वादा किया लेकिन आज स्थिति एकदम उल्टी है। किसानों की आय तो दुगुनी नहीं हुई लेकिन किसानों पर जो अत्याचार भाजपा शासन में हुए वह पहले कभी नहीं हुए।

किसान आज बदहाल है। कृषक आंदोलन के नाम पर किसानों के साथ तानाशाही व बर्बरता की गयी। उन्हें जमकर डराया व धमकाया गया।

आर्य ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार की तानाशाही के चलते 700 से अधिक किसानों को आंदोलन में जान गंवानी पड़ी लेकिन चुनाव आते ही हार के डर से केन्द्र सरकार की ओर से काले कानूनों वापस ले लिया गया।

उन्होंने कहा कि भाजपा की हार से ही किसानों की जीत होगी। उन्होंने आगे कहा कि मंहगाई से पूरा देश त्रस्त है। प्रदेश में बेरोजगारी व पलायन पहले से अधिक बढ़ा है। उन्होंने महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य के भाजपा में शामिल होने के मामले में कहा कि कांग्रेस पार्टी ने उन्हें नगर पालिका का अध्यक्ष से लेकर विधायक तक बनने का मौका दिया।

भाजपा में आतंरिक लोकतंत्र नाम की चीज नहीं है। उन्हें जल्दी ही अपनी गलती का अहसास हो जायेगा। इस मौके पर उन्होंने किसानों के नाम पर ‘आमदनी न हुई दुुगुनी, दर्द बढ़ा सौ गुना’ नामक बुकलेट भी जारी की।

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