चंडीगढ़। पंजाब में टिकट नहीं मिलने से नाराज मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई ने बगावत कर दी है। डॉ मनोहर सिंह ने अब बस्सी पठाना विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। मनोहर सिंह ने टिकट काटे जाने के बाद कहा कि, मैं बस्सी पठाना सीट का दावेदार था, लेकिन पार्टी ने टिकट देने से इनकार कर दिया है। मैं निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा, मैंने 2007 में भी यही किया था और चुनाव जीता था।
पार्टी ने ‘वन फैमिली, वन टिकट’ के नियम का हवाला देते हुए डॉ मनोहर सिंह को मौका नहीं दिया। वहीं पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से भी मनोहर सिंह को समर्थन नहीं मिला। सिद्धू ने इस सीट से मौजूदा विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी की दावेदारी का समर्थन किया और पार्टी ने उन्हें ही अपना प्रत्याशी बनाया है।
डॉ मनोहर सिंह ने सीनियर मेडिकल ऑफिसर की नौकरी से इस्तीफा देकर राजनीतिक जीवन की शुरुआत करनी चाही थी लेकिन कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दिया। पार्टी के इस फैसले पर सीएम चन्नी ने फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। फतेहगढ़ साहिब जिले में आने वाली बस्सी पठाना सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है।