किशोर पर कांग्रेस का एक्शन, सभी पदों से हटाया
चुनाव समन्वय समिति के अध्यक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी थी
- भाजपा नेताओं से गुप्त मुलाकात के बाद हरकत में आयी कांग्रेस
देहरादून। कुछ दिन पहले रात के अंधेर में भाजपा के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी व महामंत्री संगठन अजय कुमार से मुलाकात के बाद आज कांग्रेस ने चुनाव समन्वय समिति के अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया है। साथ ही किशोर को चेतावनी दी है कि उनके खिलाफ आगे भी दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है। माना जा रहा है कि उन्हें पार्टी के बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है।
प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव ने किशोर उपाध्याय को पत्र जारी करके इस निर्णय की जानकारी दी है। उत्तराखंड कांग्रेस के इस एक्शन को आज की सबसे बड़ी खबर माना जा रहा है। कांग्रेस ने अपने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को सभी वर्तमान जिम्मेदारियों से हटा दिया है। किशोर वर्तमान में चुनाव समन्वय समिति के अध्यक्ष के साथ ही एआईसीसी के मेंबर व चुनाव से संबंधित कई अन्य समितियों में भी सदस्य थे।
प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने किशोर को लिखे पत्र में कहा है कि प्रदेश की जनता कांग्रेस को सत्ता में लाना चाहती है। बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस लड़ाई लड़ रही है और इस लड़ाई को आप (किशोर) कमजोर कर रहे हैं। इसलिए अगले आदेश तक उन्हें तमाम पदों से हटाया जाता है।
प्रभारी ने यह भी लिखा है कि उन्हें कई बार मौखिक रूप से आगाह करने के बाद भी वे कांग्रेस को नुकसान पहुंचा रहे हैं। प्रभारी ने यह भी लिखा है कि उनके खिलाफ आगे भी कार्रवाई की जा सकती है। इसका यह भी मतलब निकाला जा रहा है कि कांग्रेस किशोर को पार्टी से बर्खास्त भी कर सकती है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के खिलाफ यह एक्शन पार्टी ने गहन मंथन करने के बाद लिया। किशोर पिछले लंबे समय से कांग्रेस मुख्यालय के साथ ही पार्टी के प्रमुख कार्यक्रमों से भी दूरी बनाए हुए थे। वे लंबे समय बाद 16 दिसंबर को राहुल गांधी की विजय रैली के दौरान ही पार्टी के कार्यक्रम में दिखे थे।
हरीश ने किशोर प्रकरण पर साधी चुप्पी
हरीश रावत से जब किशोर के प्रकरण में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी उनकी इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष या प्रभारी से बात नहीं हो पायी, इसलिए वे कुछ नहीं कह सकते। बहुत कुरेदने पर हरीश ने कहा कि राजनीति में केवल शब्दों से ही नहीं व्यवहार से भी आश्वस्त करना पड़ता है।
उस दिन देर रात किशोर कुछ भाजपा नेताओं से मिलने उन्हें भी अटपटा लगा। रावत कहते हैं कि यूं ही तो अध्यक्ष ने कदम नहीं उठाया होगा। वे आगे कहते हैं कि कांग्रेस बहुत सहनशील पार्टी है, इसके भी आगे कुछ हुआ होगा। रावत कहते हैं कि किशोर वर्षों उनके सहयोगी रहे हैं।