नई दिल्ली। देश में आज से बूस्टर डोज की शुरुआत हो रही है। 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग, स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जाएगी।
बूस्टर डोज सिर्फ उन्ही लोगों को लग सकती है जिन्होंने दूसरी वैक्सीन की डोज 9 महीने पहले लगवाई हो। स्वास्थ्य विभाग ने यह बूस्टर डोज वरिष्ठ नागरिकों, हेल्थकेयर वकर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स को दिए जाने का फैसला लिया है।
जिन वरिष्ठ नागरिकों को सांस लेने की समस्या हैं उन्हें बूस्टर डोज लगवाने के लिए किसी भी सर्टिफिकेट को दिखाने की जरूरत नहीं होगी। बूस्टर डोज लगवाने के लिए लोगों को अपने वैक्सीन की दूसरी डोज के सर्टिफिकेट को दिखाने की जरूरत होगी। कोविन ऐप पर दूसरी वैक्सीन लगने के बाद जो सर्टिफिकेट जारी किया जाता है उसे बूस्टर डोज लगवाते समय दिखाना अनिवार्य होगा।
बूस्टर डोज ऑनलाइन बुक कराने के साथ सीधे वैक्सीन सेंटर पर जाकर भी लगवाया जा सकता है। बूस्टर डोज लगवाने के बाद इसका सर्टिफिकेट आपको कोविन ऐप पर ही मिल जाएगा, जिसपर यह दर्ज होगा कि व्यक्ति को बूस्टर डोज लगी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया कि एक करोड़ से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर, 60 वर्ष से अधिक के लोगों को बूस्टर डोज लगवाने के लिए रिमांडर मैसेज भेजा जा चुका है।