पीपीपी मोड अस्पतालों का होगा औचक निरीक्षणः डॉ. धनसिंह रावत
विभागीय अधिकारियों को दिये टीम गठित करने के निर्देश
- कोरोना की तीसरी लहर के मध्यजर विभागीय अधिकारियों को किया अलर्ट
- शमोतियाबिंद के मरीजों का होगा निःशुल्क ऑपरेशन, मिलेगा मुफ्त चश्मा
देहरादून।प्रदेशभर में पीपीपी मोड़ के तहत संचालित अस्पतालों में आने वाले मरीजों को गुणवत्तापरक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार वचनवद्ध है। इसके लिए विभागीय स्तर पर एक विशेषज्ञ चिकित्सकों एंव अधिकारियों की एक टीम गठित करने तथा थर्ड पार्टी निरीक्षण के निर्देश उच्चाधिकारियों को दे दिये गये हैं।
जांच के दौरान अनुबंध की शर्तों के अनुरूप कार्य न करने वाले पीपीपी मोड अस्पतालों के संचालकों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज सचिवालय स्थित डीएमएमसी सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली।
बैठक में पीपीपी मोड के तहत संचालित अस्पतालों की प्रगति के साथ ही विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न निर्माणाधीन कार्यों, विभिन्न चिकित्सकीय उपकरण एवं यूडीआरएफ के तहत सीटी स्कैन तथा एमआरआई मशीनों का क्रय, वैक्सीनेशन की प्रगति एवं कोविड रिस्पॉन्स प्लान, एएनएम तथा नर्सिंग भर्ती नियमावली, 15वें वित्त आयोग से स्वीकृत धनराशि का व्यय आदि मुद्दों पर विस्तारपूर्वक समीक्षा की गई।
विभागीय मंत्री ने बताया कि प्रदेशभर में पीपीपी मोड़ के तहत संचालित अस्पतालों में आने वाले मरीजों को गुणवत्तापरक एवं सुलभ चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार वचनवद्ध है।
इसके लिए विभागीय स्तर पर एक विशेषज्ञ चिकित्सकों एंव अधिकारियों की टीम गठित की जायेगी जो पीपीपी मोड में संचालित अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर रिपोर्ट शासन को सौंपेगी। इसके अलावा अनुबंध के अनुरूप थर्ड पार्टी निरीक्षण भी कराया जायेगा।
निरीक्षण के दौरान अनुबंध की शर्तों के अनुरूप कार्य न करने वाले पीपीपी मोड अस्पतालों के संचालकों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी। स्वास्थ्य मंत्री ने सीटी स्कैन तथा एमआरआई मशीन के क्रय में हो रही देरी पर नाराजगी जताते हुए शीघ्र चयनित चिकित्सालयों में सीटी स्कैन तथा मेडिकल कॉलेजों में एमआरआई मशीन लगाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये।
बैठक में आपदा मद के तहत उपकरण एवं दवा क्रय के लिए प्राप्त धनराशि को समय से खर्च करने के भी निर्देश दिये गये। डॉ.रावत ने प्रदेशभर के अस्पतालों में एनएचएम के तहत मोतियाबिंदु के मरीजों हेतु ऑपरेशन शिविर लगाने तथा उनका निःशुल्क ऑपरेशन कर चश्में भी वितरित करने को कहा।
कोरोना की तीसरी लहर एवं ओमीक्रॉन के मध्यनज़र तैयारियों को चाक-चौबंद रखने के निर्देश अधिकारियों को दिये। विभागीय मंत्री ने कोविड जांच बढ़ाने तथा वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने के लिए लोगों को प्रेरित करने को कहा।
बैठक में सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा डॉ.पंकज पाण्डेय, सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास एसए मुरूगेशन, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशीष श्रीवास्तव, अपर सचिव स्वास्थ्य अरूणेन्द्र चौहान, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. तृप्ति बहुगुणा, अपर निदेशक एवं प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज डॉ. आशुतोष सयाना, निदेशक डॉ.विनीता शाह, डॉ. सरोज नैथानी, कविता नौरियाल, डॉ. अमित शुक्ला, डॉ. प्रेम लाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।