कोरोना महामारी के बाद डिजिटल शिक्षा का प्रचलन बढ़ा: राज्यपाल

नैनीताल। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने कहा कि उत्तराखंड के सीमांत एवं सुदूरवर्ती क्षेत्रों में शिक्षा की अलख जगाने के लिये दूरस्थ शिक्षा वरदान है और इसके जरिये उच्च शिक्षा के शत प्रतिशत लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।

श्री सिंह उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। राज्यपाल एवं कुलाधिपति ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद आनलाइन एवं डिजिटल शिक्षा का प्रचलन बढ़ा है। इससे दूरस्थ शिक्षा की अवधारणा मजबूत हुई है और मुक्त विश्वविद्यालयों का उद्देश्य बढ़ा है।

उन्होंने कहा कि ऐसे में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की भूमिका और बढ़ जाती है और उसे सीमांत एवं विषम भौगोलिक क्षेत्रों में शिक्षा का प्रसार और बढ़ाना चाहिए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज के युग में शिक्षा का महत्व बढ़ जाता है और केन्द्र सरकार युवा शक्ति को राष्ट्र निर्माण में लगी है। इससे देश प्रगति के पथ पर अग्रसर हुआ है। देश की आर्थिकी का विकास हुआ है।

देश एवं दुनिया में भारत का मान बढ़ा है और शिक्षा और विदेशी निवेश में इजाफा हुआ है। इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री ने प्रदेश के सीमांत एवं दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षा का प्रसार करने के लिये उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय व कुलपति ओपीएस नेगी की सराहना की। इस मौके पर 28432 विद्यार्थियों को मेडल प्रदान किये गये। इनमें से 36 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल, तीन को कुलाधिपति मेडल एवं छह को प्रयोजित मेडल दिये गये गये।

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