वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में दुग्ध उत्पादों से जुड़ी अमूल सहकारी संस्था की ‘बनास डेयरी संकुल’ परियोजना की आधारशिला रखने के साथ ही लगभग 2100 करोड़ रुपये की लागत वाली 22 परियोजनाओं का शिलान्यास एवं शुभारंभ किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने नवनिर्मित एकीकृत आयुष चिकित्सालय सहित 870.16 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित विभिन्न परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने 1225.51 करोड़ रुपये की पांच परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय मंत्री महेन्द्र नाथ पांडे के अलावा केन्द्र और राज्य सरकार के विभिन्न मंत्री भी मौजूद थे। इससे पहले प्रधानमंत्री अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक दोपहर एक बजे दिल्ली से वाराणसी स्थित बाबतपुर हवाईअड्डे पर पहुंचे।
हवाईअड्डे पर मुख्यमंत्री योगी ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। यहां से उन्होंने बनास संकुल पहुंच कर विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इससे पहले उन्होंने दुग्ध परियोजना एवं गोबर गैस परियोजना से जुड़े विशेषज्ञों से भी बातचीत कर योजनाओं की जानकारी ली।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बनास डेरी के लाभांश में किसानों की हिस्सेदारी के रूप में 1.74 लाख किसानों के बैंक खातों में 35.19 करोड़ रुपये की बोनस राशि आनलाइन स्थानांतरित भी की।
इस अवसर पर योगी ने कहा कि 475 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले बनास डेयरी सयंत्र पूर्वांचल के किसानों और गोपालकों की आय में वृद्धि का वाहक बनने के अलावा लगभग एक लाख लोगों को रोजगार भी देगा।
उन्होंने कहा कि लगभग पांच लाख लीटर दूध उत्पादन क्षमता वाला यह सयंत्र दो साल में बनकर तैयार होगा और राज्य में दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव भी लायेगा। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश के 20 लाख परिवारों को संपत्ति का आनलाइन मालिकाना हक जारी किया।
इस योजना के लाभार्थियों में करीब 35 हजार परिवार वाराणसी के भी शामिल हैं। साथ ही प्रधानमंत्री ने शहर में 720 स्थलों पर उन्नत सर्विलांस कैमरा, बेनियाबाग पार्क में भूमिगत पार्किंग, पार्क का विकास कार्य और गुरु रविदास की जन्म स्थली सीरगोवर्धन के पर्यटन विकास फेज-1 के तहत सामुदायिक हाल के निर्माण का भी लोकार्पण किया।
इस अवसर पर उन्होंने रामनगर में बायोगैस प्लांट का रिमोट कंट्रोल से शिलान्यास किया। इससे करीब सौ मीट्रिक टन कचरे से चार हज़ार क्यूबिक मीटर बायोगैस बनेगी। इससे बनी बिजली का उपयोग पराग डेयरी में किया जायेगा। वाराणसी में स्वच्छता अभियान को गति देने के लिये प्रधानमंत्री मोदी ने 161.31 करोड़ रुपये की लागत से बने एसटीपी रमना का भी लोकार्पण क या।
इसकी प्रतिदिन जलशोधन क्षमता 50 एमएलडी है। इस दौरान उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में लगभग 250 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित डॉक्टर एवं नर्स हास्टल के अलावा विभिन्न श्रेणी के आवास सहित अन्य योजनाओं का भी उद्घाटन किया।