रायबरेली । प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि एकजुटता के दम पर महिलायें देश में राजनीति की तस्वीर को बदल सकती है। ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ शक्ति संवाद कार्यक्रम में प्रियंका ने ‘शक्ति विधान’ शीर्षक से महिला घोषणा पत्र जारी करते हुए महिलाओं के स्वाभिमान, स्वावलम्बन, शिक्षा, सम्मान, सुरक्षा, और सेहत अर्थव्यवस्था से जुड़ी तमाम घोषणाएं कीं।
उन्होने कहा ‘‘हम सारी महिलाएं एकजुट हो जायें और तय कर लें कि हम इस देश की राजनीति को बदल देंगे तो निश्चित ही महिला स्वाभिमान सम्मान की राजनीति बदल जायेगी। महिलायें अगर कह दें कि हमारे लिए काम करो वरना हम तुम्हें वोट नहीं देंगे। हमने महिलाओं के लिए पहली बार अलग से घोषणा पत्र बनाया है।
इसका असर यह हुआ कि प्रधानमंत्री पहली बार महिलाओं का कार्यक्रम बुला रहे हैं। अन्य राजनीतिक दल भी अब महिलाओं के लिए घोषणाए कर रहें हैं। मैं बहुत खुश हूं कि एक छोटी पहल से सभी पार्टियां महिलाओं के बारे में सोच रहीं हैं।
प्रियंका ने कहा, उन्नाव से हाथरस तक हर जगह यही दिखता है कि लडकियां बहादुरी से लड़ रहीं हैं। मुझे जिन पुलिसकर्मी लड़कियों ने लखीमपुर जाते समय गिरफ्तार किया था, मैंने पाया कि उनका भी शोषण हो रहा है।
प्रदेश में हर कहीं महिलाओं पर अत्याचार हो रहें हैं और उल्टा पीड़ितों पर हीं मुकदमा दर्ज किया जाता है। यह गलत है इसे बदलना होगा। हम सब साथ मिलकर परिवर्तन लायेंगे। समाज को समझायेंगे महिलाओं को बराबरी का अधिकार चाहिए, महिलाओं को नकार नहीं सकते।
उन्होने कहा कि कांग्रेस ने सरकार बनने के बाद 20 लाख नौकरियां देने का वादा किया है, यानी 8 लाख नौकरियां महिलाओं को दी जाएंगी। महिला स्वयं सहायता समूहों को कम ब्याज़ दर पर कर्ज मुहैया कराया जाएगा। 50 फीसदी महिलाओं को नौकरी पर रखने वाले संस्थानों को टैक्स में छूट दी जाएगी।
इसके साथ ही महिलाओं को कांग्रेस 40 फीसदी टिकट और रोज़गार में आरक्षण प्रावधानों के तहत 40 फीसदी नौकरियां भी दी जायेंगी। कांग्रेस महासचिव ने महिलाओं के लिए जारी किये गये घोषणा पत्र को ऐतिहासिक कदम बताया।