नयी दिल्ली ।कोविड के नये संस्करण ओमिक्रॉन से डरने, घबराने की नहीं बल्कि सतर्कता और सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
आईएमए के अध्यक्ष डा. जे ए जयलाल और महासचिव जयेश एम. लेले ने कहा, ओमिक्रॉन 40 से अधिक देशों में फैल चुका है और यह भारत में भी अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है।
उन्होंने कहा कि यह संस्करण डेल्टा से कम घातक है लेकिन इसका फैलाव पांच से 10 गुणा ज्यादा है। उन्होंने कहा कि लोगों को इससे घबराना या डरना नहीं चाहिए बल्कि बचाव के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन से बचाव के लिए कोविड मानकों का कड़ाई से पालन करना चाहिए और कम से कम यात्रा करनी चाहिए। सरकार को भीड़ एक एकत्र होने से रोकना चाहिए।
जयलाल एवं लेले ने कहा कि महामारी से निपटने के लिए मानव संसाधन की जरुरत है। इसके लिए अग्रिम कोरोना योद्धाओं और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोविड टीके की अतिरिक्त खुराक के बारे में विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया जल्द से जल्द आरंभ की जाए।