अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महर्षि के नाम पर जो संस्थायें बनेंगी उसमें सरकार अपेक्षित सहयोग करेगी।
महर्षि वेद विज्ञान विद्यापीठ द्वारा आयोजित महायज्ञ के समापन कार्यक्रम में भाग लेने के अवसर पर योगी ने कहा ‘‘ हिन्दू हमारी संस्कृति का मुख्य हिस्सा है। केवल पूजा-पद्धति बदल जाने से आदमी का स्वभाव नहीं बदल जाता है। महर्षि के नाम पर जो संस्थायें बनेंगी उसमें सरकार अपेक्षित सहयोग करेगी।
उन्होने कहा कि अयोध्या में भगवान विष्णु के नाम पर यज्ञ का आयोजन करना तथा इसको भगवान राम को समर्पित करना अपने आप में गौरव का विषय है। भगवान राम विष्णु के अवतार हैं। उनके महायज्ञ से राष्ट्र की समृद्धि, शांति एवं विकास हेतु अद्भुत शांति का संदेश जाता है।
योगी ने कहा कि महर्षि वेद विद्या पीठ विश्वविद्यालय तकनीकी संस्थान अनेकों कार्य कर रही है तथा इससे लाखों में वेदपाठी विद्वान तैयार हो रहे हैं। यह एक आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण कड़ी है।
रामजन्मभूमि अयोध्या उनकी यह भूमि सूर्यवंशी राजाओं की रही है इसलिये भगवान सूर्य के हमेशा पोषक देवता एवं भरण-पोषण करने वाले विष्णु के रूप में की जाती रही है।
उन्होंने कहा कि भगवान विष्णु के ही अवतार भगवान राम थे। उन्होंने कहा कि प्रभु राम का जीवन एवं रामायण हमारे जीवन में सामाजिकता के साथ-साथ अर्थ, धर्म, काम एवं मोक्ष देने वाला है। भगवान राम एवं विष्णु की पूजा से हमें सर्व प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सक्षम नेतृत्व में श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इसको लोग असंभव मानते थे। मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘हमने 2017 में दीपोत्सव शुरू किया और पांचवे दीपोत्सव आयोजन में वृद्धि हुई, अपने आप में रिकार्ड बना है। इस आयोजन में विभिन्न देशों की रामलीला करने वाली टोलियां आयी थीं, जिसमें थाईलैंड, इंडोनेशिया, श्रीलंका आदि महत्वपूर्ण एशियाई देश हैं।
इंडोनेशिया की रामलीला में ज्यादातर मुस्लिम कलाकार थे पर सभी कलाकार राम, सीता, लक्ष्मण, हनुमान आदि की भूमिका निभाते थे।
इस कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद एवं प्रवक्ता डा. सुधांशु द्विवेदी ने कहा कि अयोध्या का विकास ऐतिहासिक होने जा रहा है जो रामराज्य की परिकल्पना को साकार करेगा।
उन्होंने कहा कि सप्त मोक्षदायिनी पुरियों में अयोध्या प्रथम है। उसी मानक के अनुसार इसका विकास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हो रहा है, जहां देश में ही नहीं विदेश में भी चर्चा है।